Main Points In Hindi (मुख्य बातें – हिंदी में)
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बांग्लादेश का प्याज आयात बढ़ा: बांग्लादेश ने भारत, विशेष रूप से दक्षिण भारत से प्याज का आयात बढ़ा दिया है। यह निर्णय भारत सरकार द्वारा प्याज पर निर्यात शुल्क को 40% से घटाकर 20% करने के बाद लिया गया।
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निर्यात की नियमित मांग: भारत से प्याज की निर्यात प्रक्रिया तेज हो गई है, जिसमें बेंगलुरु और ताडेपल्लीगुडेम से रोजाना 30-40 ट्रक प्याज बांग्लादेश भेजे जा रहे हैं। यह मांग विशेष रूप से नई प्याज की फसल के कारण बढ़ी है।
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ड्यूटी में कटौती और निर्यात प्रतिबंध: भारत सरकार ने 15 सितंबर को प्याज पर न्यूनतम निर्यात मूल्य (MEP) को हटाने और निर्यात शुल्क को आधा करने का निर्णय लिया। हालांकि, पिछले साल सूखे के कारण सरकार ने प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध भी लगाया था।
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बांग्लादेश की प्याज प्राथमिकताएं: बांग्लादेश 45 मिमी और उससे छोटे प्याज की खरीदारी को प्राथमिकता दे रहा है, जो भारत से सस्ता है। जबकि भारत में 50 मिमी से बड़े प्याज की कीमतें पाकिस्तान के मुकाबले अधिक हैं।
- वर्तमान बाजार स्थिति: वर्तमान में प्याज व्यावसायिक गतिविधियों का केंद्र नासिक में है, जहाँ कीमतें 10 वर्षों के उच्चतम स्तर पर पहुँच गई हैं, जिससे भारत की प्याज निर्यात प्रतिस्पर्धा में प्रभाव पड़ा है।
Main Points In English(मुख्य बातें – अंग्रेज़ी में)
Here are the main points from the article regarding Bangladesh’s increased onion imports from India:
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Increased Imports Following Export Duty Cut: Bangladesh has started importing more onions from India, especially from the southern regions, after the Indian government reduced the export duty on onions from 40% to 20% on September 15.
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Regular Demand from Bangladesh: Everyday, around 30-40 trucks carrying 20-25 tons of onions each are transporting onions to Bangladesh, driven by consistent demand for new onions, particularly as the harvest season begins in southern India.
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Export Restrictions and Recovery: After bans on onion exports due to crop failures, restrictions were lifted in May 2023, but a minimum export price (MEP) of $550 per ton and a 40% export duty were established. Despite these challenges, India has exported 260,000 tons of onions since the restrictions were lifted.
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Price Competition with Pakistan: Bangladesh is predominantly importing smaller onions (45mm and under), as they are cheaper compared to larger onions. The price of smaller onions from India is around ₹26,000-28,000 per ton, while larger onions are significantly more expensive compared to Pakistani onions, which poses a competitive challenge.
- Current Market Prices: Onion prices in India’s major trading regions are currently at a 10-year high, with rates exceeding ₹45,000 per ton, largely due to current market dynamics and increasing demand from neighboring countries like Bangladesh.
Complete News In Hindi(पूरी खबर – हिंदी में)
बांग्लादेश ने हाल ही में प्याज का आयात बढ़ा दिया है, जो कि भारत सरकार द्वारा प्याज के निर्यात शुल्क को 40 प्रतिशत से घटाकर 20 प्रतिशत करने के बाद हुआ है। खासकर, दक्षिण भारत से बांग्लादेश के लिए प्याज की सप्लाई बढ़ी है। कृषि वस्तु निर्यातक संघ (एसीईए) के अध्यक्ष एम मदन प्रकाश ने बताया कि बेंगलुरु से हर दिन 30-40 ट्रक प्याज बांग्लादेश भेजे जा रहे हैं, और आंध्र प्रदेश के ताडेपल्लीगुडेम से भी प्याज भेजी जा रही है।
बांग्लादेश आमतौर पर नए प्याज की खेप के लिए विशेष रूप से उत्सुक है। हॉर्टिकल्चरल क्रॉप्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन (एचसीईए) के अध्यक्ष अजित शाह के अनुसार, इस समय दक्षिण भारत में नई फसल आ रही है, जो मांग को बढ़ा रही है।
भारत सरकार ने 15 सितंबर को न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) को हटाने के साथ-साथ निर्यात शुल्क को घटाने का निर्णय लिया। पहले यह मूल्य 550 डॉलर प्रति टन था, जो अब समाप्त हो गया है। इसके कारण, जुलाई 2023 से जून 2024 के फसल वर्ष में प्याज का अनुमानित उत्पादन पिछले वर्ष की 30.2 मिलियन टन की तुलना में 24.21 मिलियन टन रहने की उम्मीद है। हालांकि, इस साल 5 मई को शिपमेंट पर लगाए गए प्रतिबंध को हटा दिया गया था, लेकिन इसके साथ निर्यात शुल्क बने रहे थे।
बांग्लादेश खासकर छोटे प्याज, जिनकी माप 45 मिमी या उससे कम होती है, को प्राथमिकता देता है। पिछले वर्ष की तुलना में प्याज की कीमते अधिक हैं। भारत में छोटे प्याज के भाव लगभग ₹26,000-28,000 प्रति टन और 45 मिमी के प्याज की कीमत ₹35,000-38,000 प्रति टन तक पहुँच गई है।
भास्कर शाह ने बताया कि बांग्लादेश का फोकस छोटे आकार के प्याज पर है, जबकी भारत के लिए बड़े प्याज की मांग अन्य देशों से है। पाकिस्तान द्वारा भेजे जा रहे प्याज की कीमत भी प्रतिस्पर्धात्मक है, जिससे व्यापारी पाकिस्तान का प्याज लेने पर विचार कर सकते हैं। पाकिस्तान के मुकाबले, भारतीय प्याज की कीमतें उच्च हैं, जिसका चरणबद्ध प्रभाव निर्यात पर पड़ सकता है।
नासिक कृषि उपज विपणन समिति (एपीएमसी) यार्ड में प्याज की कीमतें 10 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं, जिससे भारतीय व्यापारियों की चिंताएं बढ़ सकती हैं।
भारत की प्याज निर्यात में बांग्लादेश की प्राथमिकता और प्रतिस्पर्धी कीमतें एक महत्वपूर्ण आर्थिक तत्व बन गई हैं, जो दोनों देशों के व्यापार संबंधों को और मजबूत करने की संभावना रखती हैं।
इस प्रकार, बांग्लादेश के प्याज के आयात में वृद्धि और भारत सरकार की नीतियां परस्पर संबद्ध हैं, जो क्षेत्रीय कृषि एवं व्यापार नीतियों में महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देती हैं।
Complete News In English(पूरी खबर – अंग्रेज़ी में)
बांग्लादेश में प्याज का आयात: भारतीय निर्यात में वृद्धि का निहितार्थ
हाल के दिनों में, बांग्लादेश ने भारतीय प्याज का आयात बढ़ा दिया है, खासकर दक्षिण भारत से, भारतीय सरकार द्वारा प्याज पर निर्यात शुल्क को 40% से घटाकर 20% करने और न्यूनतम निर्यात मूल्य (MEP) को हटाने के बाद। कृषि वस्तु निर्यातक संघ (ACEA) के अध्यक्ष एम मदन प्रकाश ने कहा कि हर दिन बेंगलुरु से 30-40 ट्रक प्याज बांग्लादेश भेजे जा रहे हैं, जिससे ये स्पष्ट होता है कि निर्यात की मांग में वृद्धि हो रही है।
बांग्लादेश की प्याज की मांग का मुख्य कारण यह है कि वे आमतौर पर नए प्याज के लिए ही जाते हैं। हॉर्टिकल्चरल क्रॉप्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन (HCEA) के अध्यक्ष अजित शाह के अनुसार, दक्षिण भारत में नई फसल का आगमन इसके आयात को और बढ़ा रहा है।
निर्यात शुल्क में कटौती का प्रभाव
15 सितंबर 2023 को भारत सरकार ने प्याज के निर्यात मूल्य को कम करते हुए $550 प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य (MEP) हटाया और निर्यात शुल्क को आधा कर दिया। इससे पहले, सरकार ने दिसंबर 2023 में खरीफ प्याज की फसल को सूखे की वजह से प्रभावित होकर प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालाँकि, 5 मई 2023 को यह प्रतिबंध हटा दिया गया था, लेकिन उस समय निर्यात पर $550/टन का MEP और 40% निर्यात शुल्क लागू किया गया था।
अगस्त में, केंद्रीय राज्य मंत्री बीएल वर्मा ने बताया कि 5 मई के बाद 2.60 लाख टन प्याज का निर्यात किया गया था, जो कि निर्यात की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाता है।
बांग्लादेश का विचार
बांग्लादेश विशेष रूप से छोटे आकार के प्याज (45 मिमी और उससे नीचे) का आयात कर रहा है। शाह ने कहा कि 50 मिमी से ऊपर के प्याज की बजाय छोटे प्याज को प्राथमिकता दी जा रही है। इससे यह भी ज्ञात होता है कि बांग्लादेश के लिए भारतीय प्याज की कीमतें पाकिस्तान के मुकाबले अधिक हो सकती हैं। भारतीय प्याज की कीमतें 800 डॉलर प्रति टन हैं, जबकि पाकिस्तान में यही कीमत 600 डॉलर प्रति टन है।
इस समय, प्याज की कीमतें 10 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुकी हैं, और नासिक एपीएमसी यार्ड में मॉडल मूल्य 45,000 रुपये प्रति टन से ऊपर चल रहा है।
निष्कर्ष
बांग्लादेश का भारतीय प्याज के प्रति बढ़ता रुचि और सरकार द्वारा निर्यात शुल्क में की गई कटौती दोनों ही बांग्लादेश के खाद्य सुरक्षा और कृषि निर्यात की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। इससे भारतीय किसान और व्यापारी साझा लाभ प्राप्त कर सकते हैं, जिसमें बांग्लादेश की निरंतर मांग की पूर्ति शामिल है।
इस प्रकार, यह स्थिति न केवल बांग्लादेश के खाद्य आयात पर असर डालती है बल्कि भारत के कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करती है।