Main Points In Hindi (मुख्य बातें – हिंदी में)
यहाँ पर "मेरी फसल मेरा ब्यौरा" (MFMB) पोर्टल पर हो रहे फर्जी किसानों के पंजीकरण के संबंध में कुछ मुख्य बिंदु दिए गए हैं:
-
फर्जी पंजीकरण की सूचना: हरियाणा में कुछ व्यक्ति ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर फर्जी किसान के रूप में पंजीकरण करा रहे हैं ताकि धान बेच सकें, जिसके खिलाफ कार्रवाई की गई है। कुछ किसानों द्वारा शिकायत के बाद छह फर्जी किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
-
किसानों की समस्याएं: शिकायत करने वाले किसानों ने कहा कि उनकी फसल के लिए गेट पास नहीं जारी किए जा रहे हैं, जिसके कारण उन्हें अनाज बाजारों में अपनी उपज बेचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
-
सरकारी जांच और कार्रवाई: डिप्टी डायरैक्टर एग्रीकल्चर, आदित्य प्रताप दाबास द्वारा की गई जांच में पाया गया कि छह फर्जी किसानों ने 468 एकड़ धान की फसल का फर्जी पंजीकरण कराया है। इन फर्जी किसानों के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई है।
-
पहले भी हुआ था धोखाधड़ी का मामला: जनवरी में भी ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर पंजीकरण में धोखाधड़ी का मामला सामने आया था, जिससे किसानों को समर्थन राशि के भुगतान पर रोक लगाया गया था।
- पोर्टल का उद्देश्य: ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ पोर्टल का मुख्य उद्देश्य किसानों को सभी सरकारी सुविधाएं एक स्थान पर प्रदान करना है, जिससे पंजीकरण, फसल की जानकारी, सब्सिडी, ऋण और कृषि उपकरण की जानकारी समय पर मिल सके।
Main Points In English(मुख्य बातें – अंग्रेज़ी में)
Here are the main points from the article regarding the issue of fake farmer registrations on the ‘Meri Fasal Mera Byora’ (MFMB) portal in Haryana:
-
Fake Registrations Detected: An investigation revealed that six individuals, identified as Bobby, Neetu, Praveen, Sachin, Bittu, and Sunil, registered fake details on the MFMB portal to falsely sell paddy, affecting genuine farmers’ ability to obtain gate passes for their produce.
-
Official Action Initiated: Following complaints from actual farmers, Deputy Director of Agriculture (DDA) Aditya Pratap Dabas registered a case against the fake farmers, emphasizing that this fraudulent activity is being actively addressed by the authorities.
-
Historical Context of Fraud: This incident is not isolated; a similar case emerged in January, where fraud in the registration of millet was reported, leading to a ban on payments under the Bhavantar Bharpayee Yojana (BBY) until further investigations.
-
Purpose of the MFMB Portal: The MFMB portal is designed to streamline government assistance for farmers, enabling registration for crop sales, access to subsidies, loans, and timely agricultural information, thereby supporting farmers in various aspects of their farming activities.
- Impact on Farmers: The fraudulent registrations have caused significant disruptions for genuine farmers, leading to difficulties in selling their crops and accessing benefits intended for legitimate agricultural producers.
Complete News In Hindi(पूरी खबर – हिंदी में)
हरियाणा में कुछ लोग ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ (MFMB) पोर्टल पर फर्जी किसान के रूप में पंजीकरण करा रहे हैं ताकि वे धान बेच सकें। लेकिन अब ऐसे फर्जी किसानों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, यमुनानगर के उप निदेशक, कृषि (DDA) आदित्य प्रताप डबास की शिकायत पर 6 फर्जी किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस सरकारी पोर्टल पर किसान पंजीकरण करवाते हैं ताकि उन्हें फसल बेचने और प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसल के नुकसान के लिए मुआवजा जैसे कई लाभ मिल सकें।
ट्रिब्यून के अनुसार, डी.डी.ए. आदित्य प्रताप डबास ने बताया कि उन्हें कुछ किसानों से शिकायत मिली थी कि किसी ने MFMB पोर्टल पर धान की फसल का फर्जी पंजीकरण किया है। किसानों ने यह भी कहा कि बाजार समिति के अधिकारियों द्वारा उन्हें गेट पास नहीं दिए जा रहे हैं, जिस कारण उन्हें अपनी फसल बेचने में कठिनाई हो रही है। जब मामले की जांच की गई, तो पाया गया कि 468 एकड़ धान की फसल के लिए छह फर्जी किसानों ने पंजीकरण कराया था। इनकी पहचान बॉबी, नीतू, प्रवीण, सचिन, बिट्टू और सुनील के रूप में हुई है। डीडीए डबास ने कहा कि हमने इनके खिलाफ FIR दर्ज कराई है।
जनवरी में भी ऐसा मामला आया था
आपको बता दें कि यह ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर धोखाधड़ी का नया मामला नहीं है। पिछले जनवरी में भी इस पोर्टल पर धांधली की खबरें आई थीं। कृषि मंत्री जय प्रकाश दलाल ने स्वयं इस जानकारी को साझा किया था। उन्होंने बताया था कि पोर्टल पर बाजरे के पंजीकरण में धोखाधड़ी पाई गई थी। इसके बाद सरकार ने भावांतर भरपाई योजना (BBY) के तहत किसानों को भुगतान पर रोक लगा दी थी। उन्होंने कहा कि जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मेरी फसल, मेरा ब्योरा पोर्टल क्या है
सरकार ने किसानों को सभी सरकारी सुविधाएं एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ पोर्टल लॉन्च किया है। इस पोर्टल की मदद से किसानों का पंजीकरण, फसल का पंजीकरण, खेत की जानकारी और फसल की जानकारी ली जाती है। इसके अतिरिक्त, इसका मुख्य उद्देश्य कृषि से जुड़ी समय पर जानकारी प्रदान करना है। इसकी सहायता से किसानों को खाद, बीज, ऋण और कृषि उपकरणों के लिए सब्सिडी समय पर प्रदान की जाती है।
Complete News In English(पूरी खबर – अंग्रेज़ी में)
In Haryana, fake farmers are also registering on ‘Meri Fasal Mera Byora’ (MFMB) portal to sell paddy. But now action has started against such fake farmers. A case has been registered against 6 such fake farmers on the complaint of Aditya Pratap Dabas, Deputy Director, Agriculture (DDA), Haryana Agriculture and Farmers Welfare Department, Yamunanagar. On this portal of the government, farmers have to register to avail many benefits including sale of their crops in grain markets and compensation for damage to crops due to natural disasters.
According to The Tribune report, DDA Aditya Pratap Dabas said that he had received a complaint from some farmers alleging that someone had done fake registration of the paddy crop on the MFMB portal. He said that the farmers also alleged that they are not being issued gate passes by the market committee officials, due to which they are facing problems in selling their produce in the grain markets. He said that when the matter was investigated, it was found that six fake farmers had done fake registration of 468 acres of paddy crop. They have been identified as Bobby, Neetu, Praveen, Sachin, Bittu and Sunil. DDA Dabas said that we have lodged an FIR against him.
Also read- Goat Farming: If you want to do business then you will get pure breed goats for 10 to 15 thousand rupees.
Such a case had come up in January also
Let us tell you that this is not a new case of fraud on the Meri Fasal Mera Byora portal. Last January too, news of rigging had come to light on the Meri Fasal Mera Byora portal. This information was given by Agriculture Minister Jai Prakash Dalal himself. He had said that fraud has been detected in the registration of millet on the portal. After this, the government had banned payments to farmers under Bhavantar Bharpayee Yojana (BBY). He said that after investigation, strict action will be taken against the accused.
What is my crop, my details portal
The government has launched Meri Fasal Mera Byora portal to provide all government facilities to the farmers at one place. With the help of this portal, farmers’ registration, crop registration, farm details and crop details are taken. Apart from this, its main objective is to provide timely information related to agriculture. With its help, subsidies for food, seeds, loans and agricultural equipment are provided to the farmers on time.
Also read- Success Story: Farmer’s fortunes changed due to vegetable farming, this way he is earning a profit of Rs 5 lakh in a year.