Main Points In Hindi (मुख्य बातें – हिंदी में)
यहाँ पर उत्तर प्रदेश के ऊर्जा क्षेत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में किए जा रहे महत्वपूर्ण प्रयासों के 3 से 5 मुख्य बिंदु दिए गए हैं:
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स्वतंत्रता के लिए लक्ष्य: उत्तर प्रदेश सरकार ने ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए विशेष रूप से सौर ऊर्जा और जैव ऊर्जा पर ध्यान केन्द्रित किया है। सरकार का उद्देश्य अगले ढाई से तीन वर्षों में राज्य को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है।
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सौर ऊर्जा का विस्तार: ‘पीएम सूर्यागढ़ योजना’ के तहत, योगी सरकार ने अगले दो से ढाई वर्षों में 25 लाख घरों को सौर ऊर्जा से जोड़ने का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा, ‘पीएम कुसुम योजना’ के अंतर्गत किसानों को उनकी बंजर भूमि पर सौर पैनल स्थापित करके अतिरिक्त आय का स्रोत प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
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बायोएनर्जी में प्रगति: राज्य सरकार बायोएनर्जी के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए योजनाएं बना रही है। अगले दो वर्षों में बायो-कम्प्रेस्ड गैस, बायो कोयला और बायो डीजल की क्षमता में वृद्धि करने का लक्ष्य है। इससे न केवल प्रदूषण को कम किया जाएगा, बल्कि नए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे।
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ऊर्जा बुनियादी ढांचे में सुधार: योगी सरकार ने ऊर्जा आपूर्ति बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का निर्णय लिया है। नए उद्योगों की स्थापना के लिए एक संपूर्ण योजना बनाई गई है, ताकि ऊर्जा की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके और औद्योगिक विकास को बढ़ावा दिया जा सके।
- सौर पावर क्षमता में वृद्धि: उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य 2027 तक राज्य में सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता को 14,000 मेगावाट तक बढ़ाना है। इसके लिये बड़े सौर पार्कों और तैरते सौर परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है।
Main Points In English(मुख्य बातें – अंग्रेज़ी में)
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Ambitious Energy Goals: Under Chief Minister Yogi Adityanath, Uttar Pradesh is striving for self-reliance in the energy sector, focusing on solar energy and bioenergy to meet 100% electricity demand and support the goal of transforming the state into a one trillion dollar economy within two to three years.
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Solar Energy Initiatives: The Yogi government plans to connect 2.5 million homes to solar energy under the ‘PM Suryaghar Yojana,’ with a target of generating 2000 MW of solar energy by 2027 through barren land usage by farmers, encouraging both energy supply and environmental sustainability.
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Large-Scale Solar Projects: The government is advancing various large-scale solar projects, including the development of 4800 MW capacity solar parks and floating solar projects in collaboration with various energy corporations, aiming to boost solar power generation capacity to 14,000 MW by 2027.
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Bioenergy Development: Uttar Pradesh is also focusing on bioenergy, targeting an increase in the production of bio-compressed gas, bio-coal, and bio-diesel, which will help reduce pollution and create new employment opportunities, with existing facilities already operational.
- Strengthening Power Infrastructure: To support future energy needs, the Yogi government is modernizing power supply infrastructure, planning new power plants, and upgrading existing ones, which will ensure a stable energy supply and foster industrial development in Uttar Pradesh.
Complete News In Hindi(पूरी खबर – हिंदी में)
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। राज्य सरकार ने सौर ऊर्जा और बायो ऊर्जा पर विशेष ध्यान देते हुए कई महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए हैं। इन प्रयासों का मुख्य उद्देश्य न केवल राज्य में 100 प्रतिशत बिजली की मांग को पूरा करना है, बल्कि एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए एक मजबूत आधार स्थापित करना भी है। उत्तर प्रदेश सरकार अगले दो से ढाई वर्षों में ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए मिशन मोड में लगी हुई है। इस कड़ी में किसानों की बंजर भूमि से दो हजार मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।
हर घर में सौर ऊर्जा की योजना
योगी सरकार सौर ऊर्जा के मामले में राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तेजी से काम कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘पीएम सूर्योदय योजना’ के तहत, योगी सरकार ने अगले दो से ढाई वर्षों में 25 लाख घरों को सौर ऊर्जा से जोड़ने का वादा किया है। अब तक, 48 हजार से अधिक घरों पर सौर पैनल लगाए जा चुके हैं और वर्तमान वित्तीय वर्ष के अंत तक 30 हजार और घरों को सौर ऊर्जा का लाभ मिलेगा। इस योजना का उद्देश्य न केवल घरों में ऊर्जा की आपूर्ति को मजबूत करना है, बल्कि बिजली के बिलों को कम करके पर्यावरण की रक्षा को भी बढ़ावा देना है। इसी प्रकार, ‘पीएम कुसुम योजना’ के तहत 2027 तक 2000 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है, जिससे किसान अपनी बंजर जमीनों पर सौर पैनल लगाकर अतिरिक्त आय प्राप्त कर सकेंगे।
बड़े पैमाने पर सौर ऊर्जा परियोजनाओं का विस्तार
उत्तर प्रदेश सरकार उपयोगिता स्तर पर सौर परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए कई बड़े परियोजनाओं पर काम कर रही है। इसमें 4800 मेगावाट क्षमता के सौर पार्कों का निर्माण भी शामिल है, जिसकी टेंडर प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। इसके अलावा, राज्य के सात जलाशयों में तैरती हुई सौर परियोजनाएं स्थापित करने की योजना भी है, जिसे राष्ट्रीय थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (NTPC), टेहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (THDC) और सतलुज जल विद्युत निगम (SJVN) के सहयोग से पूरा किया जाएगा। सरकार का लक्ष्य 2027 तक राज्य की सौर बिजली उत्पादन क्षमता को 14,000 मेगावाट तक बढ़ाना है।
बायो ऊर्जा में प्रगति
सरकार बायो-ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने का लक्ष्य भी रखती है। अगले दो वर्षों में बायो-कंप्रेस्ड गैस की क्षमता को 1000 टीपीडी, बायो-कोल की क्षमता को 4000 टीपीडी और बायो-डीजल की क्षमता को 2000 केएलपीडी तक बढ़ाने का लक्ष्य है। इसके तहत, 210 टीपीडी की बायो-कंप्रेस्ड गैस की क्षमता वाले संयंत्र पहले से ही चालू हैं और कई अन्य परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। इस पहल से राज्य में प्रदूषण में कमी आएगी और नए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार ऊर्जा अवसंरचना को मजबूत कर रही है
राज्य की भविष्य की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए, योगी सरकार ने ऊर्जा आपूर्ति अवसंरचना को मजबूत करने का निर्णय लिया है। अगले 10 वर्षों में नए उद्योगों की स्थापना को ध्यान में रखते हुए, योगी सरकार ने आधुनिक पावर प्लांट स्थापित करने और पुराने प्लांट्स को अपग्रेड करने का एक संपूर्ण खाका तैयार किया है। इससे न केवल ऊर्जा की uninterrupted supply सुनिश्चित होगी, बल्कि औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। इन योजनाओं से उत्तर प्रदेश न केवल सौर और बायो ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनेगा, बल्कि अन्य राज्यों के लिए एक मॉडल प्रस्तुत करेगा।
Complete News In English(पूरी खबर – अंग्रेज़ी में)
Under the leadership of Chief Minister Yogi Adityanath, Uttar Pradesh is taking important steps towards self-reliance in the energy sector. The state government has set many ambitious targets with special focus on solar energy and bio energy. The main objective of these efforts is not only to meet 100 percent electricity demand in the state, but also to create a strong foundation for making the state a one trillion dollar economy. The UP government is engaged in mission mode to make UP self-reliant in the energy sector in the next two and a half to three years. In this series, a target has been set to generate two thousand megawatt electricity from the barren land of farmers.
Plan to provide solar energy to every home
Yogi government is working rapidly towards making the state self-reliant in the matter of solar energy. Under Prime Minister Narendra Modi’s ‘PM Suryaghar Yojana’, the Yogi government has pledged to connect 25 lakh houses with solar energy in the next two and a half to three years. Till now, solar panels have been installed on more than 48 thousand houses and by the end of the current financial year, 30 thousand more houses will also have got the benefit of solar energy. The objective of this scheme is not only to strengthen the energy supply to homes, but also to encourage environmental protection by reducing electricity bills. Similarly, under ‘PM Kusum Yojana’, a target has been set to produce 2000 MW solar energy by 2027, through which farmers will be able to get a source of additional income by installing solar panels on their barren lands.
Solar energy projects will expand on a large scale
UP government is working on many big projects to promote utility scale solar projects. This also includes the construction of solar parks of 4800 MW capacity, whose tendering process is progressing rapidly. Apart from this, there is also a plan to establish floating solar projects in seven reservoirs in the state, which will be completed in collaboration with National Thermal Power Corporation (NTPC), Tehri Hydro Development Corporation (THDC) and Satluj Jal Vidyut Nigam (SJVN). The government aims to increase the state’s solar power generation capacity to 14,000 MW by 2027.
progress in bioenergy
The government also aims to achieve self-reliance in the field of bio-energy. In the next two years, a target has been set to increase the capacity of bio compressed gas to 1000 TPD, bio coal capacity to 4000 TPD and bio diesel capacity to 2000 KLPD. Under this, plants with a capacity of 210 TPD of bio-compressed gas are already operational and many other projects are under construction. This initiative will reduce pollution in the state and new employment opportunities will also increase.
UP government strengthening power infrastructure
To meet the future energy needs of the state, the Yogi government has decided to strengthen the power supply infrastructure. Keeping in mind the establishment of new industries in the next 10 years, the Yogi government has already drawn up a complete blueprint for setting up modern power plants and upgrading old plants. This will not only ensure uninterrupted supply of energy, but will also give impetus to industrial development. With these schemes, Uttar Pradesh will not only become self-reliant in solar and bio energy, but will also present a model for other states.