Crop procurement continues on MSP in Haryana, payment of Rs 3387 crore to farmers | (हरियाणा में MSP पर फसल खरीद, किसानों को 3387 करोड़ का भुगतान)

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Main Points In Hindi (मुख्य बातें – हिंदी में)

यहाँ हरियाणा के मुख्यमंत्री नैब सिंह सैनी के प्रेस कॉन्फ्रेंस के मुख्य बिंदु दिए गए हैं:

  1. सूखी फसलों की खरीद सुनिश्चित: मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसानों से खरीफ फसलों, जैसे धान और बाजरा, को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदने के लिए प्रतिबद्ध है। अब तक, 30 लाख मीट्रिक टन धान मंडियों में आया है, जिसमें से 25,55,319 मीट्रिक टन धान MSP पर खरीदा गया है।

  2. किसानों को किया गया भुगतान: धान की खरीद के लिए किसानों के खातों में 3,056 करोड़ रुपये सीधे जमा किए गए हैं। बाजरे की खरीद के लिए भी 331 करोड़ रुपये का भुगतान किसानों को किया गया है।

  3. पराली जलाने की घटनाओं में कमी: मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है। इसके लिए सरकार किसानों को जागरूक करने और पराली प्रबंधन के लिए सब्सिडी पर उपकरण प्रदान कर रही है।

  4. नोडल अधिकारियों की नियुक्ति: पराली जलाने की समस्या का समाधान करने के लिए हरियाणा सरकार ने 3,224 नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की है और किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन (CRM) मशीनों पर छूट की दर पर उपलब्ध करवा रही है।

  5. प्रोत्साहन योजनाएँ: कृषि मशीनों के उपयोग के लिए राज्य सरकार प्रति एकड़ 1,000 रुपये का प्रोत्साहन दे रही है और धान के भूसे को गोशालाओं में भेजने के लिए 500 रुपये प्रति एकड़ का प्रोत्साहन भी दे रही है।

Main Points In English(मुख्य बातें – अंग्रेज़ी में)

  1. Support for Farmers: Haryana Chief Minister Naib Singh Saini emphasized the government’s commitment to purchase all Kharif crops from farmers at Minimum Support Price (MSP), with significant purchases of paddy and millet already made during the current season.

  2. Financial Transactions: The government has directly deposited a total of Rs 3,056 crore into farmers’ accounts for paddy purchases, and Rs 331 crore for millet, showcasing strong financial support for the agricultural sector.

  3. Stubble Burning Management: CM Saini reported a decrease in stubble burning incidents in Haryana, with the Supreme Court praising local farmers. The government is actively promoting awareness and providing subsidized equipment to manage crop residues.

  4. Deployment of Nodal Officers: The Haryana government has appointed 3,224 nodal officers to tackle stubble burning and has been supplying Crop Residue Management machines at reduced rates, alongside offering financial incentives for their use.

  5. Encouragement for Eco-Friendly Practices: The state government is incentivizing sustainable agricultural practices by offering Rs 1,000 per acre for using CRM machines and Rs 500 per acre for transporting paddy straw to cow sheds, encouraging farmers to adopt environmentally friendly methods.


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Complete News In Hindi(पूरी खबर – हिंदी में)

हरियाणा के मुख्यमंत्री नाइब सिंह सैनी ने चंडीगढ़ में नई कैबिनेट की पहली बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राज्य सरकार किसानों से खरीफ फसलों का हर दाना न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदेगी। इस बार की खरीफ फसल में धान और बाजरा MSP पर खरीदे जा रहे हैं। अब तक मंडियों में 30 लाख मीट्रिक टन धान पहुंच चुका है, जिसमें से 25,55,319 मीट्रिक टन धान को MSP पर खरीदा गया है। किसानों के खाते में धान की खरीद के लिए 3,056 करोड़ रुपये का भुगतान सीधे किया जा चुका है। मंदियों से 13,90,199 मीट्रिक टन धान को उठाया भी गया है।

किसानों को 331 करोड़ रुपये का भुगतान

सीएम नाइब सिंह सैनी ने बताया कि इस खरीफ सीजन में अब तक 3.47 लाख मीट्रिक टन बाजरा मंडियों में पहुंचा है, जिसमें से 3.05 लाख मीट्रिक टन खरीदा गया है। 1,14,358 मीट्रिक टन बाजरा मंडियों से उठाया गया है। उन्होंने कहा कि बाजरे की खरीद के लिए किसानों के खातों में 331 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।

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पराली जलाने की घटनाओं में कमी

पराली जलाने की घटनाओं के बारे में पूछने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में पराली जलाने की घटनाएं कम हुई हैं। इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने भी राज्य के किसानों की प्रशंसा की है। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार लगातार किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरूक कर रही है और पराली प्रबंधन के लिए विभिन्न मशीनें अनुदान पर उपलब्ध करा रही है, ताकि पराली जलाने की घटनाओं को पूरी तरह से रोका जा सके।

सरकार ने नियुक्त किए नोडल अधिकारी

पराली जलाने की समस्या से निपटने के लिए हरियाणा सरकार ने 3,224 नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की है और किसानों को 2018-19 कृषि सत्र से फसल अवशेष प्रबंधन (CRM) मशीनें रियायती दरों पर दी जा रही हैं। राज्य सरकार इस मशीन की खरीद पर भी प्रोत्साहन दे रही है। सरकार CRM मशीनें इस्तेमाल करने पर प्रति एकड़ 1,000 रुपये और धान की पराली को गौशालाओं में ले जाने पर प्रति एकड़ 500 रुपये का प्रोत्साहन दे रही है।


Complete News In English(पूरी खबर – अंग्रेज़ी में)

Haryana Chief Minister Naib Singh Saini addressed a press conference after presiding over the first meeting of the newly formed Cabinet in Chandigarh, in which he said that the state government is committed to purchasing every grain of Kharif crops from farmers at MSP (Minimum Support Price). Is. During the current Kharif season, paddy and millet are being purchased at the minimum support price. Till now, 30 lakh metric tonnes of paddy has arrived in the mandis, out of which 25,55,319 metric tonnes of paddy has been purchased at MSP. A payment of Rs 3,056 crore has been made directly into the accounts of the farmers for the purchase of paddy. Also, 13,90,199 metric tonnes of paddy has been lifted from the mandis.

Payment of Rs 331 crore to farmers

CM Naib Singh Saini said that during the current Kharif season, so far 3.47 lakh metric tonnes of millet has arrived in the mandis, out of which 3.05 lakh metric tonnes have been purchased. 1,14,358 metric tonnes have been lifted from the mandis. He said that Rs 331 crore has been paid directly into the farmers’ accounts for the purchase of millet.

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Reduction in incidents of stubble burning

Answering the question regarding the incidents of stubble burning, the Chief Minister said that the incidents of stubble burning have decreased in Haryana. The Supreme Court has also praised the farmers of the state on this issue. He said that Haryana Government is continuously making farmers aware not to burn stubble and various equipment are being provided on subsidy for stubble management, so that the incidents of stubble burning can be completely curbed.

Government appointed nodal officers

Let us tell you that to deal with stubble burning, the Haryana government has deployed 3,224 nodal officers and has provided Crop Residue Management (CRM) machines at concessional rates to farmers from the 2018-19 agricultural season. The state government is also giving incentives on the purchase of this machine. The state government is giving an incentive of Rs 1,000 per acre for using CRM machines and Rs 500 per acre for transporting paddy straw to cow sheds.



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