Main Points In Hindi (मुख्य बातें – हिंदी में)
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औषधीय गुणों का महत्व: हल्दी, अपने विशेष औषधीय गुणों के कारण मसालों में एक विशिष्ट पहचान रखती है। इसमें एंटीवायरल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जिसके कारण लोग इसे दूध के साथ मिलाकर पीने का चलन बना रहे हैं।
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सिटापुर हल्दी का विशेषाधिकार: सिटापुर हल्दी की विशेषता यह है कि यह अधिक उपज देती है और इसकी चमक अन्य हल्दी की तुलना में ज्यादा होती है। इसकी फसल 200 से 210 दिनों में तैयार होती है और किसान प्रति एकड़ 80 से 90 क्विंटल उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।
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बीज खरीदने की सुविधा: राष्ट्रीय बीज निगम द्वारा सिटापुर हल्दी के बीज ऑनलाइन उपलब्ध हैं, जिन्हें किसान आसानी से घर पर मंगवा सकते हैं। 1 किलोग्राम पैकेट की कीमत केवल 900 रुपये है और यह 21 प्रतिशत छूट पर बिक्री के लिए उपलब्ध है।
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बागों में हल्दी की खेती: किसान हल्दी को बागों में भी उगा सकते हैं, जहां वे इसे रिड्ज बनाकर बो सकते हैं। हल्दी को आम या अमरुद के बागों में इंटरक्रॉप के रूप में सफलतापूर्वक उगाया जा सकता है, जिससे किसान अच्छी आय अर्जित कर सकते हैं।
- हमेशा बनी रहने वाली मांग: हल्दी का सेवन अपने औषधीय गुणों के साथ-साथ धार्मिक और शुभ कार्यों में भी किया जाता है, जिसके कारण इसकी मांग हमेशा बनी रहती है।
Main Points In English(मुख्य बातें – अंग्रेज़ी में)
Here are the main points from the provided text about turmeric:
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Medicinal Properties and Cultural Significance: Turmeric is recognized for its antiviral and antibacterial properties, making it a popular spice in diets and traditional medicine. It is also commonly used in various auspicious rituals.
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High Demand and Varieties: The demand for turmeric remains consistently high. The Sitapur variety of turmeric is highlighted as a particularly productive cultivar, offering good yields for farmers.
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Seed Availability: Farmers can purchase Sitapur variety turmeric seeds online from the National Seeds Corporation (NSC) for approximately Rs 900 per kilogram. The NSC website also provides access to other crop seeds.
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Cultivation Details: Sitapur turmeric has a cultivation period of 200 to 210 days, and farmers can achieve a yield of 80 to 90 quintals per acre. It can also be cultivated in gardens and as an intercrop in orchards like mango or guava.
- Practical Cultivation Tips: Turmeric can be cultivated effectively in shady environments and requires light irrigation. Farmers are encouraged to consider it as a viable means of income generation.
Complete News In Hindi(पूरी खबर – हिंदी में)
हल्दी के खास औषधीय गुणों के कारण इसका मसालों में एक विशेष स्थान है। इसमें विशेष एंटीवायरल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। इसी कारण, आजकल पीढ़ी में पिसी हल्दी मिलाकर दूध पीने का चलन बढ़ रहा है। इसलिए हल्दी आम लोगों के आहार का एक अनिवार्य हिस्सा बन गई है। इसके अलावा, हल्दी का उपयोग सभी शुभ कार्यों में भी होता है। इन सभी कारणों से हल्दी की मांग हमेशा बनी रहती है। वर्तमान में कुछ ऐसी हल्दी की किस्में भी हैं, जिनकी खेती से अच्छी उपज मिलती है। यदि आप भी ऐसी किस्म की हल्दी की तलाश में हैं, तो आप ‘सिटापुर’ किस्म का चयन कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि आप इसे सस्ती दरों पर कहाँ से खरीद सकते हैं और इसकी विशेषताएँ क्या हैं।
यहाँ से खरीदें हल्दी के बीज
नेशनल सीड्स कॉर्पोरेशन किसानों की सुविधा के लिए ‘सिटापुर’ हल्दी की उन्नत किस्म के बीज ऑनलाइन बेच रहा है। आप इसे ONDC के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं। यहाँ किसानों को अन्य प्रकार के फसलों के बीज भी आसानी से मिल जाएंगे। किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर भी मंगा सकते हैं।
अब अपने बाग में त्योहारों और शुभ कामों के लिए शुद्ध हल्दी उगाएँ।
नेशनल सीड्स कॉर्पोरेशन के ऑनलाइन स्टोर से सिटापुर किस्म के हल्दी की कंद मंगवाएँ @ सिर्फ 900 रुपये में #NationalSeedsCorpLtd #FarmSona @AgriGoI @ChouhanShivraj @mpbhagirathbjp @mkaurdwivedi pic.twitter.com/TKr8gGWkD1
—नेशनल सीड्स कॉर्प। (@NSCLIMED) 29 अक्टूबर, 2024
हल्दी की किस्म की विशेषताएँ
‘सिटापुर’ हल्दी की एक विशेष किस्म है जो उत्तर प्रदेश में विकसित की गई है। यह किस्म न केवल अधिक उपज देती है, बल्कि अन्य हल्दी की तुलना में अधिक चमकीली भी होती है। यह किस्म 200 से 210 दिन में तैयार हो जाती है। एक एकड़ में किसान 80 से 90 क्विंटल की उपज प्राप्त कर सकते हैं।
हल्दी की किस्म की कीमत
यदि आप ‘सिटापुर’ हल्दी की खेती करना चाहते हैं, तो इसकी बीज उपलब्ध हैं। इसकी 1 किलोग्राम की पैकेट वर्तमान में नेशनल सीड्स कॉर्पोरेशन की वेबसाइट पर 900 रुपये में 21 प्रतिशत छूट पर उपलब्ध है। इसे खरीदकर आप आसानी से हल्दी की खेती कर सकते हैं।
बागों में हल्दी की खेती करें
खेती के अलावा, आप बागों में भी हल्दी की खेती कर सकते हैं। इसके लिए किसान हल्दी को ढालों बनाकर बो सकते हैं। इन ढालों के माध्यम से हल्की सिंचाई करें। वास्तव में, हल्दी की सफल खेती छायादार स्थानों में भी की जा सकती है, इसलिए इसे आम या अमरूद के बागों में इंटरक्रॉप के रूप में उगाया जा सकता है। साथ ही, किसान हल्दी की खेती करके अच्छा आय भी प्राप्त कर सकते हैं।
Complete News In English(पूरी खबर – अंग्रेज़ी में)
Due to its special medicinal properties, turmeric has a special identity among spices. It has special antiviral and anti-bacterial properties. For this reason, there is a trend of drinking milk mixed with ground turmeric. So turmeric is also an integral part of common people’s diet. Similarly, turmeric is also used in all auspicious works. Due to all these reasons the demand for turmeric always remains. At the same time, at present there are some varieties of turmeric whose cultivation gives good yield. In such a situation, if you are also looking for a similar variety of turmeric, then you can take its Sitapur variety. Let us tell you where you can get its seeds cheaply and what is its specialty.
Buy turmeric seeds from here
National Seeds Corporation is selling seeds of improved turmeric variety Sitapur online for the convenience of farmers. You can buy this plant from ONDC’s online store. Here farmers will easily get seeds of many other types of crops. Farmers can order it online and get it delivered at their home.
Now grow pure turmeric in your garden for festivals and auspicious works.
Order Rhizomes of Sitapur variety of turmeric from NSC online store @ Only Rs 900 in #NationalSeedsCorpLtd #FarmSona @AgriGoI @ChouhanShivraj @mpbhagirathbjp @mkaurdwivedi pic.twitter.com/TKr8gGWkD1
—National Seeds Corp. (@NSCLIMED) October 29, 2024
Specialty of turmeric variety
Sitapur is a special variety of turmeric developed in Uttar Pradesh. This variety not only gives higher yield but is also more shiny than other turmeric. This variety of turmeric is ready in 200 to 210 days. At the same time, farmers can get 80 to 90 quintal yield per acre from this variety.
price of turmeric variety
If you also want to cultivate Sitapur variety of turmeric, then the seeds of this variety are available. Its 1 kg packet is currently available on the website of National Seed Corporation for Rs 900 with a discount of 21 percent. By purchasing this you can easily cultivate turmeric.
Cultivate turmeric in gardens
Apart from fields, you can also cultivate turmeric in gardens. For this, farmers can sow turmeric by making ridges. Do light irrigation through these ridges. In fact, due to its successful cultivation in shady places, turmeric can be cultivated as an inter crop in mango or guava gardens. At the same time, farmers can also earn good income by cultivating turmeric.