Main Points In Hindi (मुख्य बातें – हिंदी में)
यहां दिए गए लेख के मुख्य बिंदुओं का हिंदी में सारांश प्रस्तुत किया गया है:
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उत्तम मानसून का प्रभाव: इस वर्ष मानसून की अच्छी बारिश के कारण मिट्टी में नमी बनी हुई है, जिससे खाद, बीज और कीटनाशक कंपनियों के व्यवसाय में वृद्धि की संभावना है। किसानों के लिए यह फायदेमंद साबित हो रहा है।
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जलाशयों की बेहतर स्थिति: केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, देश के 155 बड़े जलाशयों में जल भंडारण स्तर पिछले वर्ष की तुलना में 86 प्रतिशत तक पहुँच गया है, जिससे सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध है और रबी फसल की अच्छी पैदावार की उम्मीद है।
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उच्च फसल मूल्य: इस समय आलू और प्याज जैसी सब्जियों के अच्छे दाम मिल रहे हैं, जिससे किसान लाभ में हैं और वे इन फसलों की खेती बढ़ाने की योजना बना रहे हैं, जिससे कृषि इनपुट्स की मांग बढ़ेगी।
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मुख्य फसलों की बुवाई में वृद्धि: विशेषज्ञों के अनुसार, अच्छी मानसून के कारण प्रमुख रबी फसलों जैसे सरसों, चने और गेहूं की बुवाई में वृद्धि हो रही है, जिससे कृषि उत्पादों की मांग और बढ़ने की संभावना है।
- पैदावार की संभावनाएं: उद्योग के विशेषज्ञों का कहना है कि रबी सीजन में अच्छी पैदावार की उम्मीद है, खासकर फसलों जैसे गेहूं, सरसों और मक्का के लिए, जो इस वर्ष बेहतर उत्पादन में योगदान देंगे।
Main Points In English(मुख्य बातें – अंग्रेज़ी में)
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Positive Agricultural Outlook: The current favorable monsoon conditions have resulted in sufficient moisture in the soil and full reservoirs, creating an optimistic environment for agriculture, which is expected to lead to a vigorous farming season.
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Increased Demand for Agricultural Inputs: With abundant irrigation water and quality soil nutrients, farmers are likely to increase their use of fertilizers, seeds, and pesticides to enhance crop yields. This surge in demand is anticipated to significantly benefit the businesses of these agricultural input companies.
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Bumper Rabi Season Expected: Reports indicate that the water storage in major reservoirs is at 86%, higher than the previous year, suggesting a promising Rabi season with robust crop production, especially for winter crops like wheat, mustard, and gram.
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Rising Prices and Crop Cultivation: Good prices for vegetable crops, such as potatoes and onions, are benefiting farmers financially and encouraging them to cultivate more, further driving the demand for agricultural inputs.
- Regional Variations in Crop Cultivation: Specific states are expected to see an increase in the sowing of various crops such as paddy, gram, and arhar due to favorable water levels and monsoon conditions, although some areas, like Bengal and Odisha, may face slight challenges due to cyclonic impacts.
Complete News In Hindi(पूरी खबर – हिंदी में)
इस बार खाद, बीज और कीटनाशक कंपनियों का कारोबार अच्छा रहेगा। किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए भी अच्छे परिणाम की उम्मीद की जा रही है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि मानसून की बारिश ने मिट्टी में काफी नमी भर दी है। मिट्टी में पोषक तत्व भी बनाए हुए हैं। दूसरी तरफ, सिंचाई की चिंता नहीं है क्योंकि देश के सभी जलाशय मानसून की बारिश के कारण भरपूर हैं। इस बार जलाशयों में पिछले वर्ष की तुलना में पर्याप्त पानी है। जब सिंचाई के लिए पानी की कमी नहीं होती और मिट्टी में नमी होती है, तो खेती की गतिविधियाँ तेज रहने की पूरी संभावना होती है। ऐसी स्थिति में, किसान खाद, बीज और कीटनाशकों का अधिक उपयोग करेंगे। इस लिहाज से, इन कंपनियों के कारोबार के चमकने की पूरी उम्मीद है।
केंद्रीय जल आयोग ने पिछले सप्ताह अपनी रिपोर्ट में कहा कि देश के 155 बड़े जलाशयों में जल भंडारण 86 प्रतिशत तक है, जो पिछले वर्ष से बेहतर है। पर्याप्त सिंचाई के पानी के कारण, रबी के मौसम में खेती में अच्छी पैदावार होने की संभावना है, जिससे खादों की मांग बढ़ेगी। दूसरी तरफ, इस बार सब्जियों के फलों की कीमतें भी बढ़ रही हैं। आलू और प्याज की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। इससे किसानों को लाभ मिल रहा है। इस लाभ की उम्मीद में किसान इस मौसम में अधिक फसल उगाने का निर्णय लेंगे जिससे खाद, बीज और कीटनाशकों की मांग भी बढ़ेगी।
अच्छे मानसून से आशा बढ़ी
विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार अच्छे मानसून के कारण यूरिया और एनपीके जैसे खादों की मांग बढ़ गई है। यह दिखाता है कि किसान अपने खेतों में पोषक तत्वों को बनाए रखने पर जोर दे रहे हैं, जो कंपनियों के लिए अच्छा है। कई राज्यों में सरसों, चना और गेहूँ जैसी प्रमुख शीतकालीन फसलों की बुवाई में तेजी आई है, जिससे कृषि इनपुट की मांग आने वाले समय में और बढ़ेगी।
UPL SAS के CEO आशीष डोवाल ने ‘बिजनेसलाइन’ को बताया कि रबी का मौसम अच्छा नजर आ रहा है। अच्छी बारिश के कारण जल स्तर बढ़ गया है। हालांकि, सितंबर-अक्टूबर की बारिश ने खरीफ फसलों को कुछ नुकसान पहुँचाया, लेकिन इसके परिणाम रबी के लिए अच्छे होंगे। इससे गेहूँ, सरसों, जीरा और मक्का जैसी रबी फसलों का बेहतर उत्पादन होने की संभावना है।
धनुका एग्रीटेक की राय
धनुका एग्रीटेक के MD राहुल धनुका ने भी इसी तरह की राय व्यक्त की और कहा कि जलाशयों में अच्छे जल स्तर के कारण रबी सीजन में धान की बुवाई सकारात्मक होगी। दक्षिण भारत में रबी सीजन के अंत में धान की बुवाई बढ़ेगी। इसके अलावा, महाराष्ट्र और पूरे दक्षिण भारत में चना, अरहर और उर्दू की खेती में वृद्धि होगी। पूर्वी भारत के कई क्षेत्रों में धान की खेती अच्छी होने की उम्मीद है। हालाँकि, चक्रवात दान का कुछ प्रभाव पश्चिम बंगाल और ओडिशा में पड़ा है, लेकिन कुल मिलाकर धान की खेती अच्छी रहने की संभावना है।
Complete News In English(पूरी खबर – अंग्रेज़ी में)
This time, the business of fertilizer, seed and pesticide companies will do well. Good results are also expected for farmers and agriculture sector. This is being said because the monsoon rains have given plenty of moisture to the soil. The amount of nutrients in the soil also remains intact. On the other hand, there is no tension of irrigation because all the reservoirs of the country are full due to monsoon rains. This time there is enough water in the reservoirs compared to last year. When there is no shortage of water for irrigation and there is moisture in the soil, then there is every possibility that farming activities will remain vigorous. In such a situation, farmers will consume more from fertilizers, seeds to pesticides. In this respect, there is every hope that the business of these companies will shine.
The Central Water Commission has said in its report last week that the water storage in 155 big reservoirs of the country is up to 86 percent, which is better than last year. Due to sufficient irrigation water, farming is likely to be bumper in the Rabi season, which will increase the demand for fertilizers. On the other hand, this time good prices of vegetable crops are being seen. The prices of potatoes and onions are continuously increasing. Farmers are benefiting from this. In the hope of this benefit, farmers will increase its cultivation in the current season due to which there will be good demand for fertilizers, seeds and pesticides.
Hope increased due to good monsoon
Experts say that due to good monsoon this time there is a lot of demand for fertilizers like urea and NPK. This shows that farmers are placing more emphasis on maintaining nutrients in their fields, which is good for companies. In many states, there is a surge in sowing of major winter crops like mustard, gram and wheat, due to which the demand for agricultural inputs will increase further in the coming time.
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UPL SAS CEO Ashish Doval told ‘BusinessLine’ that the Rabi season is looking good. The water level has increased due to good rains. Although the rains of September-October caused some damage to the Kharif crops, its results will be good for Rabi. With this, there is a possibility of better production of Rabi crops like wheat, mustard, cumin and maize etc.
Opinion of Dhanuka Agritech
Rahul Dhanuka, MD of Dhanuka Agritech expressed similar opinion and said that due to good water level in the reservoirs, paddy cultivation in Rabi season will be positive. Sowing of paddy will increase at the end of Rabi season in South India. Apart from this, there will be a rise in the cultivation of gram, arhar and urad in Maharashtra and entire South India. Paddy cultivation will be good in most areas of Eastern India. Cyclone Dana has had some impact in Bengal and Odisha, but overall paddy cultivation is expected to be good.
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