Main Points In Hindi (मुख्य बातें – हिंदी में)
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नया धान किस्म NP-8912: नुजिवीदू सीड्स लिमिटेड ने धान की एक नई किस्म NP-8912 लॉन्च की है, जो खतरनाक कीट फायर ब्लाइट को फसलों में पनपने नहीं देती है।
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उच्च गुणवत्ता और अधिक उत्पादन: NP-8912 किस्म से किसानों को कम लागत में अधिक उत्पादन और उच्च गुणवत्ता वाले चावल के दाने मिलेंगे, जिसमें 5 से 10 प्रतिशत अधिक उपज होने का दावा किया गया है।
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सभी फसल सत्रों के लिए उपयुक्त: इस किस्म को खरीफ, रबी और जैद सभी फसल सत्रों में उगाने के लिए उपयुक्त बताया गया है और यह केवल 113 से 118 दिनों में तैयार होती है।
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कम पोषक तत्वों और पानी की आवश्यकता: NP-8912 किस्म कम मात्रा में खाद और पानी की आवश्यकता होती है, जिससे किसानों को बेहतर लाभ मिलता है।
- किसानों के लिए लाभदायक: इस किस्म के लंबे कानों में 350 से 360 दाने होते हैं, जिससे किसानों को अधिक फायदों के साथ-साथ उच्च मूल्य के साथ अधिक लाभ मिलता है।
Main Points In English(मुख्य बातें – अंग्रेज़ी में)
Here are the main points regarding the new paddy seed variety NP-8912 launched by Nuziveedu Seeds Limited:
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Introduction of Fire Blight Resistant Seed: The NP-8912 paddy seed variety is designed to resist the dangerous insect fire blight, promoting healthier crop growth.
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Higher Yield and Quality: This seed variety is capable of producing 5-10% more yield compared to other paddy varieties, with each ear containing 350 to 360 grains of premium quality rice.
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Quick Maturation: NP-8912 matures in a short period of 113 to 118 days, allowing farmers to harvest sooner and reduce the quantity of fertilizers and water needed.
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Season Versatility: The seed is suitable for cultivation across all seasons, including Kharif, Rabi, and Zaid, making it adaptable to various agricultural conditions.
- Profitability for Farmers: By utilizing NP-8912, farmers can achieve higher production with lower input costs, leading to increased profits from both greater yields and premium pricing for the harvested rice.
Complete News In Hindi(पूरी खबर – हिंदी में)
किसानों ने एक नई किस्म का पाद-पौधा खोजा है, जो खतरनाक कीट ‘फायर ब्लाईट’ को फसल में बढ़ने से रोकता है। नूजिवीदू सीड्स लिमिटेड (NSL) ने NP-8912 नामक चावल के बीज को लॉन्च किया है, जो कृषि क्षेत्र में बीजों और कीटों पर काम करता है। कंपनी का कहना है कि यह बीज किसानों को कम समय और कम लागत में अधिक उत्पादन देने में सक्षम है। इसका कान लंबा होता है और एक कान में 360 तक दाने होते हैं, जिससे उपज बढ़ती है। यह चावल का बीज छत्तीसगढ़, तेलंगाना सहित कई उत्तर और दक्षिण के राज्यों के किसानों के लिए लाभकारी बताया गया है।
नूजिवीदू सीड्स ने लॉन्च किया चावल का बीज NP-8912
कृषि नवाचार कंपनी नूजिवीदू सीड्स लिमिटेड ने अपनी नई चावल की बीज किस्म NP-8912 को लॉन्च किया है। कंपनी का कहना है कि यह बीज उच्च गुणवत्ता के साथ अधिक उत्पादन देने में सक्षम है। इस बीज को कम समय में उत्कृष्ट उपज देने के लिए तैयार किया गया है। किसानों से अनुरोध किया गया है कि वे NP-8912 अपनाएं ताकि उनकी फसल की उपज और मुनाफा अधिक हो सके।
कंपनी के CSO का कहना है – सभी मौसमों के लिए उपयुक्त
नूजिवीदू सीड्स लिमिटेड के मुख्य रणनीति अधिकारी (CSO) Sharad Khurana ने बताया कि नूजिवीदू सीड्स अपनी 50वीं वर्षगांठ मना रहा है। उन्होंने कहा कि NP-8912 बनाने में कई वर्षों की मेहनत लगी है। इसकी सफल परीक्षण कई राज्यों में की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि यह बीज सभी फसल के मौसमों में बोने के लिए उपयुक्त है। किसान इसे खरीफ के अलावा रबी और जायद मौसम में भी उगा सकते हैं।
दूसरी किस्मों की तुलना में 5-10 प्रतिशत अधिक उपज का दावा
Sharad Khurana ने कहा कि NP-8912 बीजों से प्राप्त दाने उच्च गुणवत्ता के होते हैं। इसके अलावा, यह बीज अन्य पाद-पौधों की किस्मों की तुलना में 5 से 10 प्रतिशत अधिक उत्पादन देने की क्षमता रखता है। उन्होंने बताया कि इस पौधे के कान लंबे होते हैं और प्रत्येक कान में 350 से 360 दाने होते हैं। खास बात यह है कि इसमें कोई खाली दाना नहीं होता। उन्होंने कहा कि यह किस्म 113 से 118 दिन में तैयार हो जाती है। इसलिए, इसे कम उर्वरक और पानी की आवश्यकता होती है। यह बीज तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटका, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के किसानों के लिए एक बेहतर विकल्प है।
पैडी बीज NP-8912 की विशेषताएँ
- यह बीज किसानों को उच्च उत्पादन के साथ-साथ उच्च गुणवत्ता वाले चावल के दाने प्रदान करता है।
- फसल को पकने में कम समय लगता है और यह केवल 113-118 दिन में तैयार हो जाती है।
- यह बीज विभिन्न प्रकार की मिट्टी और जलवायु स्थितियों में आसानी से उग सकता है।
- यह बीज खतरनाक फायर ब्लोट इंसेक्ट को फैलने नहीं देता।
- किसानों को कम इनपुट लागत में अधिक लाभ मिलता है।
- किसानों को उच्च उपज और प्रीमियम कीमतों से अधिक मुनाफा होता है।
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Complete News In English(पूरी खबर – अंग्रेज़ी में)
Farmers have found a new variety of paddy, which does not allow the dangerous insect fire blight to flourish in the crop. Paddy seed NP-8912 has been launched by Nuziveedu Seeds Limited NSL, which works on seeds and pests of crops in the agriculture sector. The company says that this seed is effective in giving more yield to the farmers in less time and less cost. Its ear is long and there are up to 360 grains in one ear, which increases the yield. This paddy seed has been said to be beneficial for the farmers of many states of North and South including Chhattisgarh, Telangana.
Nuziveedu Seeds brings Paddy seeds NP-8912
Agricultural innovation firm Nuziveedu Seeds Limited has launched its new paddy seed variety NP-8912. It has been said by the company that paddy seed variety NP-8912 is capable of giving more production with high quality. This seed has been designed to give exceptional yields in a short period of time. Farmers have been appealed to adopt NP-8912 to maximize their crop yield and profit.
Company’s CSO said – Suitable for all seasons
Sharad Khurana, Chief Strategy Officer (CSO), Nuziveedu Seeds Limited, said that Nuziveedu Seeds is celebrating its 50th year of establishment. He said that it took many years of hard work to make NP-8912. Its successful trial has been done in many states. He said that this seed variety is suitable for sowing in all crop seasons. Apart from Kharif, farmers can also cultivate it in Rabi and Zaid seasons.
Claims 5-10 percent more yield than other varieties
Sharad Khurana said that the fine grains from NP-8912 seeds are of premium quality. Along with this, this seed has the ability to give 5 to 10 percent more production than other paddy varieties. He said that this plant has long earrings, each ear contains 350 to 360 grains. The special thing is that there are no empty grains in it. He said that this variety becomes ready in 113 to 118 days. Therefore, it requires less quantity of fertilizer and water. This seed is a better option for the farmers of Telangana, Andhra Pradesh, Karnataka, Chhattisgarh and Maharashtra.
Features of Paddy Seed NP-8912
- This seed gives farmers higher production as well as premium quality rice grains.
- The crop takes less time to mature and takes only 113-118 days from sowing to maturity.
- This seed is capable of growing easily in fields with different soils and climatic conditions.
- This seed does not allow the fire blotch insect, which is dangerous for the crop, to flourish.
- Farmers get more profits with minimum input costs.
- Farmers get more profits from higher yields and premium prices.