Main Points In Hindi (मुख्य बातें – हिंदी में)
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वैश्विक कृषि विरासत सिस्टम की पहचान: 20 सितंबर 2024 को बाली, इंडोनेशिया में सालाक कृषि वानिकी प्रणाली, ऑस्ट्रिया में कार्प तालाब खेती प्रणाली, और साओ टोम और प्रिंसिपी में कोको कृषि वानिकी प्रणाली को विश्व स्तर पर महत्वपूर्ण कृषि विरासत प्रणाली के रूप में मान्यता दी गई है।
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स्थायी कृषि प्रथाओं का समर्थन: इन प्रणालियों का चयन खाद्य सुरक्षा, कृषि जैव विविधता, और टिकाऊ कृषि प्रथाओं के साथ-साथ सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों को संरक्षित करने की क्षमता के आधार पर किया गया है।
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स्थानीय आजीविका का समर्थन: इन प्रणालियों के माध्यम से स्थानीय आजीविका को बढ़ावा मिलता है, जिससे कृषि पर्यटन, उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों का उत्पादन, और जलीय पारिस्थितिकी तंत्र का संरक्षण किया जाता है।
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जलवायु परिवर्तन के प्रति लचीलापन: इन कृषि प्रणालियों में जल प्रबंधन, कार्बन पृथक्करण और जैव विविधता का समर्थन शामिल है, जो कृषि प्रणाली को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के प्रति अधिक लचीला बनाता है।
- संस्कृति और धरोहर का संरक्षण: इन प्रणालियों में सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं का संरक्षण किया जाता है, जैसे कि बाली की सांस्कृतिक दृष्टि और साओ टोम एवं प्रिंसिपी की परंपरागत खेती प्रथाएं।
Main Points In English(मुख्य बातें – अंग्रेज़ी में)
Here are the main points of the article:
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Recognition of Agricultural Heritage Systems: The article announces the inclusion of three unique agricultural systems—Salak agroforestry in Bali, Austria’s carp pond farming, and cocoa agroforestry in São Tomé and Príncipe—as globally important agricultural heritage systems (GIAHS) by the FAO.
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Sustainable Practices: Each of these systems exemplifies sustainable agricultural practices, enhancing food security, preserving biodiversity, and supporting local livelihoods while also maintaining cultural heritage.
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Salak Agroforestry in Bali: In Bali, the Salak agroforestry system integrates various crops with traditional water management practices, promoting agricultural biodiversity and sustainability, while respecting local cultural values.
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Austrian Carp Pond Farming: Austria’s carp pond farming utilizes low stocking densities, maintaining a biodiverse aquatic ecosystem. This sustainable practice not only produces high-quality fish but also supports local economies through tourism and innovative products.
- Cocoa Agroforestry in São Tomé and Príncipe: The cocoa agroforestry system in São Tomé focuses on high-quality cocoa production while integrating diverse crops, enhancing resilience against market fluctuations and contributing to the region’s conservation priorities.
Complete News In Hindi(पूरी खबर – हिंदी में)
विश्व स्तर पर महत्वपूर्ण कृषि विरासत प्रणाली (जीआईएएचएस)
2024 में, यूनेस्को द्वारा यह पुष्टि की गई कि बाली, इंडोनेशिया की सालाक या सांप के फल की खेती, ऑस्ट्रिया के कार्प तालाब की खेती, और साओ टोम और प्रिंसिपे की कोको कृषि वानिकी प्रणाली अब विश्व स्तर पर महत्वपूर्ण कृषि विरासत प्रणालियों के रूप में मान्यता प्राप्त कर चुकी हैं। यह मान्यता संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) की ओर से दी गई है। इस प्रणाली का उद्देश्य खाद्य सुरक्षा, कृषि जैव विविधता और टिकाऊ विकास को बढ़ावा देना है।
1. सालाक कृषि वानिकी प्रणाली (इंडोनेशिया)
स्थान: करंगसेम, बाली
विशेषताएँ:
- पारंपरिक जल प्रबंधन: इस प्रणाली में जल प्रबंधन के लिए पारंपरिक सुबक प्रणाली का उपयोग किया जाता है।
- जैव विविधता: सालाक फल को अन्य फसलों जैसे आम, केला और औषधीय पौधों के साथ उगाया जाता है, जो के कृषि जैव विविधता को बढ़ाने का कार्य करती हैं।
- सतत प्रदर्शन: यह प्रणाली न केवल स्थानीय आजीविका का समर्थन करती है, बल्कि जल संरक्षण और कार्बन अलगाव में भी मदद करती है।
- सांस्कृतिक मूल्य: यह प्रणाली "त्रि हित करण" और "त्रि मंडला" जैसे बाली के पारंपरिक दर्शन को दर्शाती है, जो मानव, प्रकृति और आध्यात्मिकता के बीच संतुलन बनाती है।
2. कार्प तालाब खेती प्रणाली (ऑस्ट्रिया)
स्थान: निचला ऑस्ट्रिया, वाल्डवीरटेल
विशेषताएँ:
- ऐतिहासिक प्रणाली: यह प्रणाली लगभग 900 वर्षों से चली आ रही है और जैव विविधता को बढ़ावा देती है।
- पारिस्थितिकीय लाभ: तालाबों में जल प्रतिधारण, बाढ़ नियंत्रण और कार्बन पृथक्करण जैसी पारिस्थितिक सेवाएं शामिल हैं।
- स्थायी प्रथाएँ: कम स्टॉकिंग घनत्व का उपयोग करते हुए, यह प्रणाली उच्च गुणवत्ता वाले कार्प का उत्पादन करती है।
- स्थानिक विकास: यह स्थानीय अर्थव्यवस्था का समर्थन करने के लिए कृषि पर्यटन और कार्प चमड़े के निर्मित उत्पादों का उपयोग करती है।
3. कोको कृषि वानिकी प्रणाली (साओ टोम और प्रिंसिपे)
स्थान: साओ टोम और प्रिंसिपे
विशेषताएँ:
- उच्च गुणवत्ता का कोको: यह प्रणाली अमेलोनाडो कोको उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है।
- सामाजिक और आर्थिक विकास: यह प्रणाली कृषक परिवारों की आजीविका को मजबूत करती है और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखती है।
- जैव विविधता का संरक्षण: इसमें केले, ब्रेडफ्रूट और तारो जैसी फसलों का समावेश किया गया है, जो खाद्य सुरक्षा बढ़ाती हैं।
- जैविक खेती में अग्रणी: साओ टोम और प्रिंसिपे में 25% कृषि भूमि जैविक उत्पादन के लिए प्रमाणित है, और स्थानीय सहकारी समितियाँ निष्पक्ष व्यापार उत्पादों पर ध्यान केंद्रित करती हैं।
निष्कर्ष
इन तीन प्रणालियों की पहचान से यह स्पष्ट होता है कि सस्टेनेबल कृषि के महत्व को पहचाना गया है, जो पारंपरिक ज्ञान, जैव विविधता और सामुदायिक विकास को जोड़ती हैं। ये प्रणालियाँ न केवल वर्तमान में खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करती हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक टिकाऊ भविष्य की नींव रखती हैं। FAO के वैश्विक कृषि विरासत नेटवर्क में अब 28 देशों से 89 प्रणालियाँ शामिल हैं, जो एक विविध और समृद्ध कृषि प्रणाली का प्रतिनिधित्व करती हैं। इन प्रणालियों का संरक्षण और प्रचार आवश्यक है ताकि भारत सहित अन्य देशों में भी किसानों और समुदायों को लाभ मिल सके।
Complete News In English(पूरी खबर – अंग्रेज़ी में)
Press Release Summary: FAO Recognizes New Globally Important Agricultural Heritage Systems
Date: September 20, 2024
Location: Bangkok/Jakarta/Rome
On September 19, 2024, during a meeting of the Scientific Advisory Group on Globally Important Agricultural Heritage Systems (GIAHS), three new agricultural systems were designated as globally significant. These systems include the Salak (snake fruit) agroforestry system from Karangasem, Bali, Indonesia; a unique carp pond farming system from Austria; and the cocoa agroforestry system from São Tomé and Príncipe.
The Food and Agriculture Organization (FAO) of the United Nations oversees this program, which highlights agricultural practices that are crucial for food security, livelihoods, agricultural biodiversity, and cultural heritage. The recognized systems also showcase practices that enhance resilience to climate change and promote sustainable ecosystems.
Newly Recognized Agricultural Systems:
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Salak Agroforestry System, Karangasem, Bali, Indonesia:
Located in Bali’s driest region, this agroforestry system integrates the cultivation of Salak fruit (known for its snake-like skin) with various other crops. The indigenous Balinese people developed it using traditional water management practices known as "subak." This system enhances agricultural biodiversity, preserves local topography, prevents erosion, conserves water, sequesters carbon, and maintains cultural heritage while supporting food security. Each part of the Salak palm is utilized, promoting a zero-waste approach and contributing to sustainability and resource efficiency. The system is also influenced by traditional Balinese philosophies emphasizing the harmonious relationship between humans, nature, and spirituality, which has led to its recognition as a UNESCO cultural landscape. -
Unique Carp Pond Farming System, Lower Austria:
The carp pond farming system in the Waldviertel region of Lower Austria boasts a 900-year history. It maintains a biodiversity-rich pond ecosystem through low stocking densities and traditional practices, supporting the production of high-quality carp and innovative fish products. This sustainable practice contributes to local economies not only through the sale of carp but also by promoting agritourism and innovative uses of carp leather. Beyond food production, the ponds provide crucial ecological services, including water retention, flood control, and carbon sequestration, while regulating local microclimates and supporting various species’ habitats. - Cocoa Agroforestry System, São Tomé and Príncipe:
Known for its high-quality Amelonado cocoa, this agroforestry system integrates traditional cocoa farming with diverse crops to enhance food security, strengthen farmer livelihoods, preserve cultural heritage, and maintain biodiversity. Despite historical challenges such as slavery and inequality, this system exemplifies the resilience of its people and their commitment to sustainable practices. Cocoa exports are a primary income source, complemented by the cultivation of bananas, breadfruit, and taro, which bolster food sources and income streams, enhancing resilience against market fluctuations and environmental stress. Additionally, São Tomé and Príncipe’s tropical forests are a global conservation priority, and over 25% of agricultural land is certified organic, emphasizing its leadership in organic farming.
The inclusion of these systems expands the FAO’s GIAHS network to include 89 systems from 28 countries worldwide, highlighting their vital role in fostering sustainable agricultural practices and cultural heritage.
Conclusion:
The recognition of these new agricultural heritage systems by FAO underscores the importance of preserving traditional agricultural practices that contribute to food security, biodiversity, cultural heritage, and the resilience of communities to climate change. Through sustainable knowledge and practices, these systems play a crucial role in maintaining the integrity of ecosystems and the livelihoods of local populations.
For further information, visit the FAO Info Page.
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(Note: The content above contains essential details while adhering to a summarized format. For comprehensive understanding, refer to the original press release.)