FAO’s Dr. Patrice Tala meets PM to discuss food security. | (संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन (एफओए) के दक्षिणी अफ्रीका के उप-क्षेत्रीय समन्वयक डॉ. पैट्रिस टाला ने प्रधान मंत्री से मुलाकात की, खाद्य सुरक्षा और अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई। )

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Main Points In Hindi (मुख्य बातें – हिंदी में)

कृषि सिस्टम में लचीलेपन का परिचय देने की जरूरत के मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:

  1. जलवायु परिवर्तन के प्रभाव: कृषि प्रणालियों को जलवायु परिवर्तन के अनियमित प्रभावों के प्रति संवेदनशीलता को कम करने के लिए लचीला बनाना आवश्यक है, ताकि फसलों की उत्पादन क्षमता बनी रहे।

  2. संसाधनों का कुशल प्रबंधन: लचीलेपन के तहत, कृषि में पानी, उर्वरक और ऊर्जा जैसे संसाधनों का कुशल प्रबंधन किया जा सकता है, जिससे लागत कम करने और उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलती है।

  3. विविधता और सहनशीलता: फसलों और जानवरों की विविधता को बढ़ावा देकर लचीलेपन में सुधार किया जा सकता है, जिससे रोगों और कीटों का सामना करने की क्षमता बढ़ती है।

  4. समुदाय आधारित दृष्टिकोण: स्थानीय समुदायों को शामिल करके, कृषि प्रणालियों को उनके विशेष परिस्थितियों के अनुसार लचीला और सतत बनाया जा सकता है।

  5. नई तकनीकों का समावेश: उन्नत प्रौद्योगिकियों और नवाचारों का उपयोग करके कृषि प्रणालियों में लचीलापन बढ़ाने की आवश्यकता है, ताकि किसानों को बेहतर निर्णय लेने में मदद मिल सके।

Main Points In English(मुख्य बातें – अंग्रेज़ी में)

Here are 3 to 5 main points introducing the need for flexibility in agricultural systems:

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  1. Adapting to Climate Change: Agricultural systems must be flexible to respond to the impacts of climate change, including unpredictable weather patterns, shifting growing seasons, and increased pest and disease pressures.

  2. Diverse Crop Management: Flexibility allows farmers to diversify their crop production, supporting resilience against market fluctuations and environmental challenges, while also enhancing soil health and biodiversity.

  3. Innovative Practices: Implementing flexible agricultural practices encourages the adoption of new technologies and methods, such as precision agriculture and sustainable farming techniques, which can lead to increased productivity and reduced environmental impact.

  4. Economic Resilience: A flexible agricultural system can better absorb economic shocks, allowing farmers to adjust strategies in response to changing market demands and prices, ensuring their economic viability.

  5. Community Engagement: Encouraging flexibility in agricultural systems promotes community involvement and knowledge sharing, fostering collaboration among farmers, researchers, and policymakers to tackle local agricultural challenges effectively.


Complete News In Hindi(पूरी खबर – हिंदी में)

…, लचीलेपन का परिचय देने की जरूरत है कृषि सिस्टम.


Complete News In English(पूरी खबर – अंग्रेज़ी में)

There is a need to introduce flexibility in the agriculture system.



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