Main Points In Hindi (मुख्य बातें – हिंदी में)
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बीएसपी का चुनावी रुख: मायावती की अगुआई वाली बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने विधानसभा या संसदीय चुनावों के लिए कोई घोषणापत्र या वादों की सूची जारी नहीं की है, और यह रुख हरियाणा विधानसभा चुनावों में भी जारी है।
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इनेलो के वादे: दादरी विधानसभा सीट के उम्मीदवार आनंद श्योराण ने बेरोजगारी भत्ता और मुफ्त एलपीजी सिलेंडर जैसे छह वादे किए, जो कि बीएसपी की सहयोगी इनेलो के नौ सूत्री एजेंडे का हिस्सा हैं।
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किसानों के साथ बैठक: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों और किसान यूनियन नेताओं के साथ पहली बैठक की, जिसमें किसानों ने उनके लिए गाय का घी और दूध से बने पेड़े भेंट किए।
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वकीलों की विदाई समारोह: दिल्ली बार एसोसिएशन के द्वारा न्यायमूर्ति राजीव शकधर और न्यायमूर्ति सुरेश कैत के विदाई समारोह में, न्यायाधीश विकास महाजन ने विधिक औपचारिकताओं को नजरअंदाज करते हुए बार के सदस्यों के साथ खड़ा होना चुना।
- मजाकिया टिप्पणी: इस समारोह में, एएसजी चेतन शर्मा ने न्यायमूर्ति महाजन की इस हरकत पर मजाक करते हुए कहा कि वह "वकील होने की खुशियों को फिर से जी रहे हैं"।
Main Points In English(मुख्य बातें – अंग्रेज़ी में)
Here are the main points from the provided text:
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BSP’s Election Strategy: The Bahujan Samaj Party (BSP), led by Mayawati, does not typically release a manifesto or list of promises for assembly or parliamentary elections, as is the case in the Haryana assembly elections.
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Candidate’s Promises: Anand Shyora, a BSP candidate from the Dadri assembly seat in the Charkhi Dadri district, has made six promises, including unemployment benefits and free LPG cylinders, which align with the nine-point agenda of its ally, INLD (Indian National Lok Dal).
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Utilization of Allies’ Promises: Since the BSP does not have its own manifesto, its candidates are leveraging the promises made by INLD to appeal for votes.
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Meeting with Farmers: Central Agriculture Minister Shivraj Singh Chouhan met with farmers and farmer union leaders, where he received traditional gifts like ghee and sweets, requesting the farmers to join him for breakfast during the event.
- Judicial Farewell: A farewell ceremony was held for Justices Rajiv Shakdher and Suresh Kait, with Justice Vikas Mahajan standing with bar members rather than following formal seating arrangements, humorously noted by ASG Chetan Sharma as reliving "the joys of being a lawyer."
Complete News In Hindi(पूरी खबर – हिंदी में)
मायावती की अगुवाई वाली बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) विधानसभा या संसदीय चुनावों के लिए कभी कोई विस्तृत घोषणापत्र या वादों की सूची जारी नहीं करती। हरियाणा विधानसभा चुनावों में भी बीएसपी ने इसी नीति को अपनाया है। हालांकि, चरखी दादरी जिले की दादरी विधानसभा सीट से बीएसपी के उम्मीदवार आनंद श्योराण ने बेरोजगारी भत्ता और मुफ्त एलपीजी सिलेंडर जैसे छह वादे किए हैं। पार्टी के एक पदाधिकारी के अनुसार, ये वादे बीएसपी की सहयोगी पार्टी इनेलो के नौ सूत्री एजेंडे का हिस्सा हैं। बीएसपी के पास अपने खुद के घोषणापत्र के अभाव में, उनके उम्मीदवार इनेलो के वादों का समर्थन कर वोटों की अपील कर रहे हैं।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों और किसान यूनियन नेताओं के साथ पहली बैठक के दौरान कुछ अनोखे उपहार प्राप्त किए। किसानों ने मंत्री के लिए गाय का घी और गाय के दूध से बने पेड़े लाए। चौहान ने साथ ही कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित किसानों से नाश्ता करने का अनुरोध किया, जो पूसा कॉम्प्लेक्स में परोसा गया था।
दिल्ली में बार एसोसिएशन द्वारा न्यायमूर्ति राजीव शकधर और न्यायमूर्ति सुरेश कैत के विदाई समारोह में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश विकास महाजन ने अपनी अनोखी उपस्थिति से सबका ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने औपचारिकताओं का पालन करने के बजाय बार के सदस्यों के साथ खड़े होने का विकल्प चुना। इस पर एएसजी चेतन शर्मा ने मजाक करते हुए कहा कि न्यायमूर्ति महाजन “वकील होने की खुशियों को फिर से जी रहे हैं।”
इस प्रकार की घटनाएँ राजनीति, सामाजिक मुद्दों और न्यायिक समारोहों के बीच तालमेल बिठाते हैं, जहाँ विभिन्न नेता और संस्थाएँ अपने-अपने दायित्वों के साथ जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हैं। बीएसपी की चुनावी रणनीति और किसानों के मुद्दों पर हुई बैठक, दोनों ही वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य को दर्शाते हैं।
Complete News In English(पूरी खबर – अंग्रेज़ी में)
Mayaawati’s Bahujan Samaj Party (BSP) has historically maintained a stance of not releasing a manifesto or list of promises for state or parliamentary elections. This trend continues in the Haryana Assembly elections, where BSP candidates are using promises associated with their ally, the Indian National Lok Dal (INLD), to appeal for votes. Notably, Anand Shyoran, the BSP candidate from the Dadri Assembly seat, has made six promises including unemployment benefits and free LPG cylinders. Party officials have clarified that these promises align with the INLD’s nine-point agenda, as BSP lacks its own manifesto.
In a separate political development, Central Agriculture Minister Shivraj Singh Chouhan held his first meeting with farmers and farmer union leaders. During this meeting, the farmer leaders brought gifts for the minister, including cow ghee and sweets made from cow’s milk, highlighting the cultural aspect of their interaction. Chouhan reciprocated by inviting farmers to share breakfast at the event, emphasizing a communal atmosphere at the venue in Pusa Complex.
Another social anecdote comes from a farewell ceremony held by the Delhi Bar Association for Justice Rajiv Shakdher and Justice Suresh Kait, who are set to assume roles as Chief Justices of Himachal Pradesh. Justice Vikas Mahajan from the Madhya Pradesh High Court drew attention during the ceremony by choosing to stand with bar members rather than sit formally with his peers. This action prompted a humorous remark from ASG Chetan Sharma, indicating that Justice Mahajan was reliving the joys of being a lawyer.
Overall, these events reflect ongoing political dynamics in Haryana and broader cultural interactions within India’s political landscape.
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