Main Points In Hindi (मुख्य बातें – हिंदी में)
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इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य: खाद्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने अक्टूबर में समाप्त होने वाले 2023-24 इथेनॉल आपूर्ति वर्ष के दौरान पेट्रोल के साथ इथेनॉल के राष्ट्रीय औसत मिश्रण को 14 प्रतिशत तक पहुँचाने की जानकारी दी। मंत्रालय अब 20 प्रतिशत के मिश्रण लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए नीति आयोग से 25 प्रतिशत मिश्रण के लिए रोडमैप बनाने की चर्चा कर रहा है।
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चीनी की वाणिज्यिक नीतियाँ: केंद्र सरकार घरेलू चीनी क्षेत्र की मांगों पर विचार कर रही है, जिसमें चीनी का न्यूनतम विक्रय मूल्य बढ़ाना और इथेनॉल का नया खरीद मूल्य शामिल है। अक्टूबर में शुरू होने वाले 2024-25 सीजन के लिए चीनी उत्पादन की संख्या पर निर्णय लिया जाएगा।
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चीनी निर्यात का इतिहास: भारत ने 2022-23 सत्र में 6.4 मिलियन टन चीनी का निर्यात किया था, जबकि 2021-22 में यह आंकड़ा 11 मिलियन टन से अधिक था, जो अब तक का सबसे अधिक निर्यात था।
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गन्ने की फसल और इथेनॉल उत्पादन: खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने अच्छे मानसून के कारण 2024-25 में गन्ने की अच्छी फसल की उम्मीद जताई है, और बताया कि गन्ने से इथेनॉल उत्पादन में पानी की खपत अन्य फसलों की तुलना में कम है।
- आर्थिक स्थिरता: गन्ने का बकाया अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुँच गया है, जिसमें 99 प्रतिशत से अधिक का निपटान हो चुका है, जो सरकार और चीनी क्षेत्र की सक्रिय नीतियों का परिणाम है।
Main Points In English(मुख्य बातें – अंग्रेज़ी में)
Here are the main points from the article:
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Ethanol Mixing Goals: The Food Minister, Pralhad Joshi, announced that the Ministry is preparing a roadmap to achieve a 25% ethanol blending target with petrol, following an initial goal of 20%. Currently, the national average ethanol blend with petrol stands at approximately 14%.
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Sugar Sector Considerations: The government is reviewing demands from the domestic sugar industry, including raising the minimum selling price of sugar from the current ₹31 per kilogram, adjusting ethanol procurement prices for oil marketing companies, and discussing sugar export policies.
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Sugar Production and Export Outlook: The upcoming sugar production numbers for the 2024-25 season will influence export decisions. Last year, India allowed considerable sugar exports amounting to 6.4 million tons, down from a record 11 million tons in the 2021-22 season.
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Positive Production Forecast: There are optimistic forecasts for sugar production in the 2024-25 season due to favorable monsoon conditions, as stated by Food Secretary Sanjeev Chopra. The government has also effectively resolved a high level of cane dues, achieving over 99% clearance.
- Ethanol Production Efficiency: The article highlights the efficiency of cane as a crop for ethanol production, noting that it requires significantly less water to produce ethanol compared to corn and rice. The water usage for producing one liter of ethanol from cane is 3,300 liters, much lower than the other crops mentioned.
Complete News In Hindi(पूरी खबर – हिंदी में)
खाद्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने हाल ही में एक बयान में कहा है कि भारत सरकार पेट्रोल में इथेनॉल का मिश्रण बढ़ाने के लिए सक्रिय कदम उठा रही है। वर्तमान में सरकार 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य बना रही है, लेकिन इसके लिए आगामी दिनों में 25 प्रतिशत मिश्रण को प्राप्त करने की योजना पर काम किया जा रहा है। खाद्य मंत्रालय ने नीति आयोग से बातचीत करके एक रोडमैप तैयार करने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि चालू इथेनॉल आपूर्ति वर्ष (2023-24) में, भारत ने अब तक पेट्रोल के साथ इथेनॉल के राष्ट्रीय औसत मिश्रण में लगभग 14 प्रतिशत की उपलब्धि हासिल की है।
जोशी ने इस अवसर पर देश के घरेलू चीनी उद्योग की चुनौतियों और मांगों पर भी बात की। उन्होंने बताया कि सरकार वर्तमान समय में चीनी का न्यूनतम विक्रय मूल्य बढ़ाने, इथेनॉल के लिए नए खरीद मूल्य निर्धारित करने और चीनी निर्यात पर विचार कर रही है। उनका कहना था कि 2024-25 सीज़न के लिए चीनी उत्पादन आंकड़ों का पूर्वानुमान लगाने से पहले निर्यात पर कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा।
भारत ने पिछली बार 2022-23 सत्र में 6.4 मिलियन टन चीनी के निर्यात को अनुमति दी थी। जबकि, 2021-22 में ये आंकड़ा 11 मिलियन टन के लगभग था, जो अब तक का सबसे अधिक था। जोशी ने बताया कि अच्छे मानसून के कारण आने वाले सीज़न के लिए चीनी उत्पादन की स्थिति अच्छी दिख रही है।
इस समय, सरकार द्वारा निर्धारित इथेनॉल की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। गन्ने के रस से उत्पादित इथेनॉल की कीमत 65.61 रुपये प्रति लीटर है, जबकि बी-हैवी और सी-हैवी गुड़ से तैयार इथेनॉल की कीमत क्रमशः 60.73 रुपये और 56.28 रुपये प्रति लीटर है।
खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने भी इस सम्मेलन में घोषणा की कि हाल के अच्छे मानसून के कारण 2024-25 में गन्ने के उत्पादन की उम्मीद बहुत बेहतर है। उन्होंने कहा कि सरकार की पारदर्शी नीतियों के कारण गन्ने का बकाया अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुँच गया है।
इसके अलावा, चोपड़ा ने बताया कि गन्ने से इथेनॉल का निर्माण करने में पानी की खपत कम होती है। गन्ने से एक लीटर इथेनॉल बनाने के लिए 3,300 लीटर पानी की आवश्यकता होती है, जबकि मक्का और चावल से इथेनॉल बनाने में क्रमशः अधिक पानी की जरूरत होती है।
इस प्रकार, सरकार और चीनी उद्योग के उपायों के कारण, आने वाले सीज़न में इथेनॉल उत्पादन और चीनी उत्पादन की स्थिति बेहतर होने की उम्मीद है।
Complete News In English(पूरी खबर – अंग्रेज़ी में)
On September 26, 2024, India’s Union Food Minister, Pralhad Joshi, announced that the Ministry is working towards achieving a 25% ethanol blending target with petrol, building on the current 14% blending achieved during the 2023-24 ethanol supply year, which will conclude in October. This initiative is part of India’s broader efforts to promote biofuels and reduce fossil fuel dependence.
Joshi, speaking at the India Sugar and Bio-Energy Conference organized by the Indian Sugar Mills Association (ISMA), highlighted that the government is considering demands from the domestic sugar sector. These include increasing the minimum selling price of sugar from the current ₹31 per kilogram, establishing a new ethanol procurement price for oil marketing companies, and evaluating sugar export policies for the upcoming 2024-25 season.
In the previous year, India allowed significant sugar exports, with a total of 6.4 million tons authorized in the 2022-23 season. This followed an even higher export volume of over 11 million tons in the 2021-22 season, which was a record high. The Minister indicated an inclination to revisit export quantities based on production estimates for the 2024-25 season, taking into account favorable monsoon conditions which are anticipated to result in a robust sugarcane crop.
Regarding the pricing of ethanol, Joshi noted that the government has not increased the prices set for the ethanol supply year starting November 2022. Currently, ethanol produced from sugarcane juice is priced at ₹65.61 per liter, while B-heavy and C-heavy sugarcane molasses-based ethanol is priced at ₹60.73 and ₹56.28 per liter, respectively.
Food Secretary Sanjeev Chopra, addressing the conference, echoed the optimism about sugarcane production for the 2024-25 season due to good monsoon rains. He reported that due to effective policies from both the government and the sugar sector, sugarcane arrears have reached historically low levels, with over 99% of outstanding payments settled.
Chopra further noted that the government has lifted previous restrictions on producing ethanol from B-heavy molasses and sugarcane juice. He emphasized that studies from various bodies, including ICAR, show that producing one liter of ethanol from sugarcane requires 3,300 liters of water, which is significantly less than the water required to produce ethanol from maize (4,760 liters) and rice (10,760 liters). This efficiency positions sugarcane as a resource-effective crop for ethanol production.
Overall, Joshi’s remarks signify the Indian government’s commitment to boosting domestic sugar production and the biofuel sector, with a focus on sustainable practices and addressing both consumer and industry needs.
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