Main Points In Hindi (मुख्य बातें – हिंदी में)
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केंद्र का आश्वासन: केंद्र सरकार ने पंजाब राज्य को खरीफ विपणन सीजन 2024-25 के लिए चावल की डिलीवरी हेतु दिसंबर 2024 तक 40 लाख मीट्रिक टन भंडारण बनाने का आश्वासन दिया है।
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भंडारण स्थल की मांग: पंजाब के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने केंद्र से इस भंडारण की मांग की, जिसे केंद्र ने स्वीकार किया और 15 लाख मीट्रिक टन की आवाजाही अक्टूबर के अंत तक सुनिश्चित की जाएगी।
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KMS 2024-25 की तैयारी: पंजाब को 1 अक्टूबर से शुरू होने वाले KMS 2024-25 के दौरान 185 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की उम्मीद है, और राज्य सरकार ने किसानों के लिए खरीद अनुभव को सुविधाजनक बनाने का संकल्प लिया है।
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राज्य की सीमाओं पर निगरानी: खाद्य मंत्री ने अवैध धान की आवाजाही को रोकने के लिए पुलिस के सहयोग से अंतरराज्यीय सीमाओं पर टीमों की तैनाती का निर्देश दिया है।
- भंडारण की आवाजाही का समन्वय: अधिकारियों को भारतीय खाद्य निगम और भारत सरकार के खाद्य विभाग के साथ मिलकर स्टॉक की आवाजाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
Main Points In English(मुख्य बातें – अंग्रेज़ी में)
Here are the main points from the provided text:
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Storage Assurance by the Center: The central government has assured the Punjab state administration that it will create 4 million metric tons of storage facilities by December 2024 to facilitate the delivery of rice for the Kharif Marketing Season (KMS) 2024-25.
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Coordination for Stock Movement: Punjab’s Food and Civil Supplies Secretary informed the Food Minister about the assurance received from the central government. The state is expected to collaborate closely with the Food Corporation of India and the Ministry of Food and Public Distribution to ensure the smooth movement of stock.
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Purchase Expectations: Punjab anticipates purchasing around 18.5 million metric tons of paddy starting from October 1 for the KMS 2024-25.
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Request for External Storage Movement: The Chief Secretary of Punjab has requested the central government to relocate 2 million metric tons of rice or wheat from covered storage outside the state to ensure adequate capacity for the upcoming season.
- Security Measures: The Food Minister directed officials to coordinate with police to deploy teams at interstate borders to prevent the illegal movement of revived paddy into the state during the Kharif Marketing Season.
Complete News In Hindi(पूरी खबर – हिंदी में)
केंद्र सरकार ने पंजाब राज्य को खरीफ विपणन सीजन (केएमएस) 2024-25 के लिए चावल की डिलीवरी को सुगम बनाने हेतु 40 लाख मीट्रिक टन भंडारण तैयार करने का आश्वासन दिया है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के सचिव विकास गर्ग ने खाद्य मंत्री लाल चंद कटारुचक को सूचित किया कि केंद्र ने इस भंडारण की व्यवस्था को करने का लिखित आश्वासन दिया है, जो दिसंबर 2024 तक बनाए रखा जाएगा। इसके अलावा, अक्टूबर के अंत तक 15 लाख मीट्रिक टन के लिए आवाजाही सुनिश्चित की जाएगी।
पंजाब के लिए, 1 अक्टूबर से शुरू होने वाले केएमएस 2024-25 के दौरान 185 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद अपेक्षित है। इस संदर्भ में, राज्य के मुख्य सचिव ने भारत सरकार के खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव को पत्र लिखकर आवश्यकता जताई है कि 20 लाख मीट्रिक टन चावल या गेहूं को पंजाब से बाहर स्थानांतरित करने के लिए कवर किया जाए।
मंत्री कटारुचक ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे पुलिस के साथ मिलकर अंतराज्यीय सीमाओं पर निगरानी टीमों को तैनात करें, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि केएमएस के दौरान राज्य के बाहर से कोई अवैध रूप से पुनर्नवीनीकरण धान न आए। राज्य सरकार किसानों के लिए एक सहज खरीद प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए तत्पर है।
इस प्रकार, केंद्र और राज्य सरकार मिलकर पंजाब में कृषि उत्पादन को अनुकूलित करने के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं ताकि किसानों को बेहतर सुविधा और संरक्षण मिल सके।
Complete News In English(पूरी खबर – अंग्रेज़ी में)
On September 28, the central government assured Punjab of the establishment of 4 million metric tons of storage capacity for the Kharif marketing season (KMS) 2024-25, facilitating rice delivery until December. This commitment was communicated to Punjab’s Secretary of Food and Civil Supplies, Vikas Garg, by Food Minister Lal Chand Kataruchak, in response to the state’s request for adequate storage space for rice deliveries during KMS 2024-25.
As part of the plan, the state is expected to acquire 185 lakh metric tons of paddy starting October 1. The central government will ensure movement for 15 lakh metric tons of this paddy by the end of October. In a proactive approach, Punjab’s Chief Secretary recently wrote to the Secretary of the Department of Food and Public Distribution, requesting the transfer of 20 lakh metric tons of covered storage rice or wheat out of Punjab to alleviate storage concerns.
Minister Kataruchak also directed that teams be deployed at inter-state borders in coordination with the police, to prevent the illegal influx of recycled paddy from outside the state during the marketing season. He emphasized that the state government is fully prepared to provide a seamless procurement experience for farmers.
Overall, these developments indicate a collaborative effort between the Punjab state government and the central government to manage agricultural production effectively while ensuring support for local farmers during the upcoming Kharif marketing season.
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