Main Points In Hindi (मुख्य बातें – हिंदी में)
यहाँ पर कृषि और पशुपालन क्षेत्र में हाल ही में लॉन्च की गई योजनाओं के मुख्य बिंदु दिए गए हैं:
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नई योजनाओं का शुभारंभ: कृषि और पशुपालन क्षेत्र में लगभग 23,300 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न योजनाओं की घोषणा की गई है, जिसका मुख्य उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना है।
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सेक्स-सॉर्टेड सीमन का विकास: अब राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) द्वारा विकसित सेक्स-सॉर्टेड सीमन का मूल्य 250 रुपये है, जो छोटे किसानों के लिए अधिक सुलभ है। इसके माध्यम से 70-80% संभावना के साथ मादा बकरियों का उत्पादन किया जा सकता है।
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जीनोमिक चिप का उपयोग: जीनोमिक चिप, जो डीएनए आधारित तकनीक पर आधारित है, भारतीय पशुधन के आनुवंशिक सुधार के लिए उपयोगी होगी। इसे गायों और भैंसों के लिए विशेष चिप्स, "कौ चिप" और "महिश चिप" के रूप में लॉन्च किया गया है।
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अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप: यह तकनीक अमेरिका, डेनमार्क और नीदरलैंड सहित देशों में सफलतापूर्वक उपयोग की गई है, और उम्मीद की जा रही है कि यह भारतीय पशुधन सुधार में भी मददगार साबित होगी।
- लंबे समय का लाभ: इन पहलों का लक्ष्य किसानों को दीर्घकालिक लाभ पहुंचाना है, जिससे कृषि क्षेत्र में सुधार और विकास की संभावनाएँ बढ़ेंगी।
Main Points In English(मुख्य बातें – अंग्रेज़ी में)
Here are the main points from the provided content:
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Launch of New Initiatives: The government has introduced various schemes worth approximately Rs 23,300 crore aimed at improving the agriculture and animal husbandry sectors, focusing particularly on livestock enhancement.
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Affordable Sex-Sorted Semen: The National Dairy Development Board (NDDB) has developed cost-effective sex-sorted semen priced at Rs 250, significantly reducing reliance on expensive multinational products. This technology offers a 70-80% chance of producing female calves through artificial insemination.
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Genomic Chip Technology: A DNA-based genomic chip has been developed for the genetic improvement of livestock, modeled after successful implementations in countries like the USA, Denmark, and the Netherlands. This technology includes specific chips for cows and buffaloes aimed at enhancing breed quality in Indian livestock.
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Economic Benefits for Farmers: These initiatives are designed to improve the income of farmers by enhancing livestock quality, thereby supporting sustainable agricultural practices and contributing to agricultural productivity.
- Long-term Impact: The mentioned technologies and schemes are expected to have long-term positive effects on livestock management and productivity, ultimately benefiting farmers and the agricultural economy in India.
Complete News In Hindi(पूरी खबर – हिंदी में)
06 नवंबर 2024, भोपाल: कृषि और पशुपालन क्षेत्र में कई नई योजनाओं की शुरुआत – कृषि और पशुपालन क्षेत्र में लगभग 23,300 करोड़ रुपये की विभिन्न योजनाएं शुरू की गई हैं, जिनमें देश में विकसित यूनिफाइड जेनोमिक चिप और सेक्स-सॉर्टेड सीमन तकनीक शामिल हैं। इन पहलों का उद्देश्य पशुधन के सुधार के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाना है।
अब तक सेक्स-सॉर्टेड सीमन केवल विदेशी कंपनियों द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा था, जिसकी कीमत लगभग 800 रुपये थी, जो छोटे किसानों के लिए महंगी थी। लेकिन अब भारतीय पशुपालन विभाग के तहत राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) ने 250 रुपये में सेक्स-सॉर्टेड सीमन का विकास किया है। इसे तीन चरणों में दिया जाता है, और कृत्रिम निषेचन के माध्यम से मादा बछड़ों का उत्पादन होने की संभावना 70-80% है, जिससे बछड़ों का संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है।
जेनोमिक चिप DNA पर आधारित प्रौद्योगिकी है, जो जानवरों के आनुवंशिक सुधार के लिए बहुत प्रभावशाली साबित होती है। इस तकनीक का उपयोग अमेरिका, डेनमार्क और नीदरलैंड जैसे देशों में पशुधन सुधार के लिए किया गया है। यह चिप भारतीय पशुधन सुधार में भी सहायक होगी, जिससे किसानों को लंबे समय में लाभ होने की उम्मीद है। गायों के लिए “काउ चिप” और भैंसों के लिए “महिष चिप” भी शुरू किया गया है, जो पशु नस्ल सुधार में मदद करेगा।
Complete News In English(पूरी खबर – अंग्रेज़ी में)
06 November 2024, Bhopal: Many new schemes launched in agriculture and animal husbandry sector, special emphasis on livestock improvement – Various schemes worth about Rs 23,300 crore have been launched in the agriculture and animal husbandry sector, including Unified Genomic Chip for cattle and sex-sorted semen technology developed in the country. The aim of these initiatives is to increase the income of farmers by improving livestock.
Till now sex-sorted semen was produced only by multinational companies, which cost around Rs 800, which was not affordable for small farmers. But now National Dairy Development Board (NDDB) under the Animal Husbandry Department has developed sex-sorted semen for Rs 250. It is given in three stages, and through artificial insemination there is a 70-80% chance of producing female calves, which helps in maintaining the balance of calves.
Genomic chip is based on DNA based technology, which proves to be very effective for genetic improvement of animals. This technology has been used for livestock improvement in countries like America, Denmark and Netherlands. This chip will also be beneficial in the improvement of Indian livestock, which is expected to benefit the farmers in the long run. “Cow Chip” for cows and “Mahish Chip” for buffaloes have also been launched, which will help in breed improvement of cattle.