Main Points In Hindi (मुख्य बातें – हिंदी में)
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विकास अनुमान: एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने भारत के लिए चालू वित्त वर्ष 2023-24 के विकास अनुमान को 7 प्रतिशत पर स्थिर रखा है, जो बेहतर कृषि उत्पादन और उच्च सरकारी खर्च के आधार पर आने वाली तिमाहियों में अर्थव्यवस्था में तेजी की उम्मीद को दर्शाता है।
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निर्यात वृद्धि: एडीबी ने बताया कि चालू वित्त वर्ष में निर्यात पूर्वानुमान से अधिक रहेगा, विशेषकर सेवाओं के निर्यात में वृद्धि के कारण। हालांकि, अगले वित्त वर्ष में वस्तु निर्यात की वृद्धि धीमी रह सकती है।
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सार्वजनिक खर्च और निजी उपभोग: निजी उपभोग में सुधार की उम्मीद है, जो मजबूत कृषि और शहरी उपभोग से प्रेरित होगा। सार्वजनिक पूंजीगत व्यय उच्च रहने की संभावना है, लेकिन वित्त वर्ष 2025 में इसकी वृद्धि में कमी आ सकती है।
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मुद्रास्फीति और रोजगार वृद्धि: खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों के कारण चालू वित्त वर्ष में मुद्रास्फीति पूर्वानुमान से अधिक रहने की संभावना है, जबकि अगले वित्त वर्ष में अपेक्षा है कि मुद्रास्फीति कम होगी। रोजगार संबंधित नीतियों के माध्यम से रोजगार सृजन को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
- आर्थिक दृढ़ता: एडीबी ने भारत की विकास संभावनाओं को मजबूत बताया है, जिसमें उद्योग और सेवा क्षेत्र का प्रदर्शन निरंतर मजबूत रहने की उम्मीद जताई गई है।
Main Points In English(मुख्य बातें – अंग्रेज़ी में)
Here are the main points of the article regarding the Asian Development Bank’s (ADB) assessment of India’s economic outlook:
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GDP Growth Forecast: The ADB has maintained its GDP growth forecast for India at 7% for the current fiscal year, attributing this to improved agricultural output and increased government spending, with expectations for economic acceleration in the upcoming quarters.
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Trade and Export Trends: The report highlighted an expected increase in exports, particularly due to growth in service exports. However, it also projected a slowdown in goods export growth in the following fiscal year.
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Inflation and Economic Stability: The ADB expects that inflation will be higher than previously estimated this fiscal year, primarily driven by rising food prices, but it predicts a decrease in inflation rates for the next fiscal year.
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Positive Investment Climate: The outlook for private consumption and investment remains optimistic, buoyed by strong rural consumption linked to agricultural performance and a robust urban consumer base. There are also government initiatives aimed at boosting job creation.
- Fiscal Consolidation Efforts: The ADB noted that fiscal deficit is expected to return to pre-COVID levels due to improved revenue collection and restrained current expenditure, contributing to a stable economic environment.
Complete News In Hindi(पूरी खबर – हिंदी में)
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने 25 सितंबर को भारत के लिए चालू वित्त वर्ष 2023-24 के विकास अनुमान को 7 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। एडीबी ने कहा है कि बेहतर कृषि उत्पादन और सरकारी खर्च की वृद्धि से आने वाली तिमाहियों में अर्थव्यवस्था में तेजी आने की संभावना है। एडीबी के अनुसार, इस वित्त वर्ष में निर्यात भी बढ़ेगा, खासकर सेवाओं के क्षेत्र में। हालांकि, अगले वित्त वर्ष में वस्तु निर्यात की वृद्धि धीमी रहने की संभावना है।
इससे पहले, वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था 8.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इस वित्त वर्ष में 7.2 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया है। एडीबी के अद्यतन में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में जीडीपी वृद्धि 6.7 प्रतिशत रह गई, हालांकि आने वाले तिमाहियों में कृषि और औद्योगिक क्षेत्रों में सुधार की उम्मीद है।
उपभोग के मोर्चे पर, निजी उपभोग में भी सुधार होने की संभावना है, जो ग्रामीण और शहरी खपत से प्रेरित होगा। सार्वजनिक पूंजीगत व्यय में वृद्धि चलते वित्त वर्ष 2025 में इसमें कमी आ सकती है।
एडीबी ने यह भी बताया कि राजकोषीय घाटा कोविड-19 से पहले के स्तर पर पहुँच जाएगा, जिसका कारण मजबूत राजस्व संग्रह और संयमित चालू व्यय है। हाल में की गई नीति घोषणाएं, जो रोजगार से जुड़े प्रोत्साहन प्रदान करती हैं, श्रम मांग को बढ़ाने में सहायक हो सकती हैं।
बजट 2024-25 के अंतर्गत तीन रोजगार-प्रेरित योजनाओं की घोषणा की गई है, जिसके लिए सरकार ने 2 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। एडीबी ने यह भी कहा कि उद्योग और सेवा क्षेत्रों का प्रदर्शन मजबूती के साथ जारी रहने की उम्मीद है।
मुद्रास्फीति के संदर्भ में, खाद्य वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के चलते इस वित्त वर्ष में मुद्रास्फीति पूर्वानुमान से अधिक रहने की उम्मीद है, जबकि अगले वित्त वर्ष में राशि की गिरावट देखी जा सकेगी।
इस प्रकार, एडीबी का अनुमान है कि भारत की विकास संभावनाएं मजबूत बनी हुई हैं, और कृषि उत्पादन, सरकारी खर्च, तथा सेवा निर्यात में वृद्धि से अर्थव्यवस्था में गति आने की संभवना है।
Complete News In English(पूरी खबर – अंग्रेज़ी में)
On September 25, the Asian Development Bank (ADB) maintained its growth forecast for India at 7% for the current fiscal year. The ADB highlighted that improved agricultural production and higher government spending are expected to drive economic growth in the coming quarters. In its September Asian Development Outlook (ADO) update, the ADB noted that exports would surpass previous estimates, largely due to a surge in service exports. However, growth in goods exports is anticipated to slow down in the next fiscal year.
The ADB projected that GDP growth would remain at 7% for FY 2024 (ending March 31, 2025) and slightly increase to 7.2% in FY 2025, consistent with forecasts made in ADO in April 2024. This indicates that India’s growth prospects remain robust, especially following an 8.2% growth in the previous fiscal year (2023-24). The Reserve Bank of India (RBI) has estimated a slightly higher growth rate of 7.2% for the current fiscal year.
According to the ADB, GDP growth for the first quarter of FY 2024 (April-June) slowed to 6.7%, but there are expectations of a rebound in the subsequent quarters, driven by enhanced agricultural performance and a strong outlook for industry and services. There is an optimistic forecast for private consumption recovery, primarily fueled by strong rural demand linked to better agricultural output and solid urban consumption.
The investment landscape appears positive, though public capital expenditure, which has been high, is expected to decelerate by FY 2025. The ADB noted that fiscal consolidation efforts would bring the fiscal deficit back to pre-COVID-19 levels, reflecting strong revenue collection and controlled current expenditure.
The recent policy announcement aimed at providing employment-related incentives to workers and firms is anticipated to stimulate labor demand and encourage job creation by FY 2025. The 2024-25 budget includes the announcement of three employment-related incentive schemes, with the government allocating ₹2 lakh crore for their implementation.
Despite a year-on-year slowdown in Q1 FY 2024 growth, the ADB predicts an uptick in economic performance in the coming months due to improved agricultural outcomes and increased government spending. The bank anticipates that performance across industry and the service sector will remain consistently strong. A robust service export sector and remittances will help maintain a moderate current account deficit.
The increased prices of foodstuffs are expected to lead to higher inflation in the current fiscal year compared to previous estimates, but inflation is projected to decrease in the next fiscal year.
Overall, the ADB’s assessment presents a cautiously optimistic view of India’s economic recovery, with several factors contributing to sustained growth over the forecast period.
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