Main Points In Hindi (मुख्य बातें – हिंदी में)
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पराली जलाने की समस्या का समाधान: योगी सरकार ने पराली जलाने की समस्या को हल करने के लिए सकारात्मक प्रयास किए हैं, जिससे राज्य में पराली, गन्ना बचा हुआ आदि के कारण होने वाले प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी।
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संवर्द्धित बायोफ्यूल परियोजना: रुजो ग्रीन एनर्जी द्वारा प्रस्तावितcompressed biogas (CBG) संयंत्र में गौ मूत्र, स्ट्रॉ और प्लास्टिक अपशिष्ट का उपयोग कर CNG का उत्पादन किया जाएगा, जिससे स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा मिलेगा और अपशिष्ट प्रबंधन में मदद मिलेगी।
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UPNEDA से स्वीकृति: रुजो ग्रीन एनर्जी का बायो एथेनॉल संयंत्र UPNEDA से स्वीकृति प्राप्त कर चुका है, जो राज्य सरकार की नवीनीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
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कृषि क्षेत्र को बढ़ावा: गाय के गोबर, प्लास्टिक और पराली को डायजेल और CNG में परिवर्तित करने से कृषि क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा, जो भारत की नवीनीकरणीय ऊर्जा परिदृश्य में एक हरा क्रांति साबित होगा।
- IIT और BHU का योगदान: IIT, BHU और रुजो ग्रीन एनर्जी ने मिलकर 12 आविष्कारों और पेटेंट्स को विकसित किया है, जो भारत को नवीनीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में एक वैश्विक पिलर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
Main Points In English(मुख्य बातें – अंग्रेज़ी में)
Here are the main points from the provided text:
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Government Initiatives Against Pollution: The Yogi government is proactively addressing the issue of stubble burning and pollution by launching new projects, including a compressed biogas (CBG) plant, which utilizes cow dung, straw, and waste plastic to produce clean energy.
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Approval of Bioethanol Plant: Rujo Green Energy’s bioethanol plant has received official approval from UPNEDA, highlighting the government’s commitment to renewable energy and sustainable development in Uttar Pradesh.
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Collaboration for Sustainable Development: The partnership between state and central governments aims to foster clean energy initiatives, supported by policies and incentives that encourage investment in renewable energy projects like those undertaken by Rujo Green Energy.
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Boost to Agriculture Sector: Converting agricultural waste and byproducts into diesel and CNG is expected to invigorate the agriculture sector and represents a significant advancement in India’s renewable energy landscape.
- Innovations from IIT and BHU: Rujo Green Energy has collaborated with IIT, BHU, resulting in the filing of patents for technology development. This partnership is positioned to enhance energy security and contribute to India’s goal of becoming a global leader in renewable energy.
Complete News In Hindi(पूरी खबर – हिंदी में)
आजकल, बासमती (स्टबल) के मुद्दे पर पूरे देश में चर्चा हो रही है। योगी सरकार इस समस्याओं से निपटने के लिए सकारात्मक प्रयास कर रही है। इसके तहत, राज्य को बासमती, गन्ने के अवशेष आदि के जलने से होने वाले प्रदूषण से राहत मिलेगी। एक संकुचित बायोगैस (उन्नत जैव ईंधन) संयंत्र शुरू किया जा रहा है, जिसमें गोबर, भूसा और प्लास्टिक का कचरा का उपयोग करके CNG बनाई जाएगी। यह अभिनव प्रयास सरकार की साफ ऊर्जा को बढ़ावा देने और कचरे को कम करने की मंशा का समर्थन करता है। यह जानकारी रूजो ग्रीन एनर्जी के संस्थापक कनिष्क आनंद ने दी।
‘UPNEDA’ से मिली मंजूरी
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में हमारा उन्नत जैव ईंधन प्रोजेक्ट गेम चेंजर साबित होगा। भूसे और प्लास्टिक को मिलाकर, हम एक सतत ईंधन स्रोत बना रहे हैं और इस प्रकार पर्यावरण को नुकसान से बचा रहे हैं। आनंद ने बताया कि रूजो ग्रीन एनर्जी के जैव इथेनॉल संयंत्र को ‘UPNEDA’ से मंजूरी मिल गई है, जो राज्य सरकार की नवीनीकरण ऊर्जा परियोजनाओं का समर्थन करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
योगी सरकार की बड़ी पहल
कनिष्क आनंद ने आगे कहा कि राज्य और केंद्र सरकारों के बीच यह सहयोग सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए सामूहिक प्रयास को दर्शाता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में साफ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। इस दिशा में, रूजो ग्रीन एनर्जी साफ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए ठोस प्रयास कर रहा है। केंद्रीय सरकार की नीतियों और प्रोत्साहनों ने भी रूजो ग्रीन एनर्जी जैसी कंपनियों को नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके महत्वपूर्ण पहलू हैं: Sustainable Energy Generation यानी हमारा CBG संयंत्र और उन्नत जैव ईंधन प्रोजेक्ट साफ वातावरण और ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने में मदद करेगा।
कृषि क्षेत्र को मिलेगा बढ़ावा
गोबर, प्लास्टिक के कचरे और बासमती को डीजल और CNG में बदलने से कृषि क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। यह पहल भारत के नवीकरणीय ऊर्जा परिदृश्य में एक हरित क्रांति साबित होगी। कनिष्क बताते हैं कि यह प्रगति नैनो-कैटलिस्ट तकनीक के साथ नवीकरणीय ऊर्जा में एक क्रांति लाएगी। IIT, BHU और रूजो ग्रीन एनर्जी मिलकर भारत के ऊर्जा परिदृश्य में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
IIT और BHU का बड़ा योगदान
‘रुजो ग्रीन एनर्जी भविष्य के लिए अभिनव समाधान पेश कर रहा है। उन्होंने जानकारी दी कि 12 आविष्कार और पेटेंट IIT, BHU के साथ तकनीकी विकास के लिए फाइल किए गए हैं और आगे की तकनीक स्थानांतरण के लिए किया गया है, ताकि ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा दिया जा सके। भारत को नवीकरणीय ऊर्जा में एक वैश्विक स्तंभ बनाने का दृष्टिकोण अब सच होता हुआ प्रतीत हो रहा है। संचालन निदेशक अक्षिता आनंद ने कहा कि IIT, BHU के साथ हमारा सहयोग अच्छे परिणाम दे रहा है, जिसके परिणामस्वरूप संकुचित बायोगैस (उन्नत जैव ईंधन) संयंत्र अगले 13 महीनों में कार्यशील और दृश्य होगा।
Complete News In English(पूरी खबर – अंग्रेज़ी में)
Nowadays, stubble discussion is happening all over the country. Yogi government is making positive efforts to deal with the problem of stubble burning. In this sequence, the state will now get freedom from pollution due to burning of stubble, sugarcane residue etc. A compressed biogas (advanced biofuel) plant is being started from the upcoming CBG plant, in which cow dung, straw and waste plastic will be used to make CNG. This innovative and sustained effort supports the government’s intention to promote clean energy and reduce waste. This information was given by Kanishk Anand, founder of Rujo Green Energy.
Approval received from ‘UPNEDA’
He said that our leading advanced biofuel project in Uttar Pradesh with advanced biofuel will prove to be a game changer and a milestone. By mixing straw and plastic, we are creating a sustainable fuel source, thereby preventing harm to the environment. Anand informed that the approved bio ethanol plant. Rujo Green Energy’s bio ethanol plant has received approval from ‘UPNEDA’, which shows the commitment of the state government to support renewable energy projects.
Big initiative of Yogi government
Kanishk Anand, Founder, Rujo Green Energy further said that this collaboration between the state and central governments underlines the collective effort to promote sustainable development. Under the leadership of Chief Minister Yogi Adityanath, important steps are being taken to promote clean energy. In this direction, Rujo Green Energy is making meaningful efforts to promote clean energy and implement the Chief Minister’s intention. Central government policies and incentives have also played an important role in encouraging companies like Rujo Green Energy to invest in renewable energy. Its Key Features Sustainable Energy Generation Our CBG plant and advanced biofuel project contributes to a cleaner environment and reduced greenhouse gas emissions.
Agriculture sector will get a boost
Conversion of cow dung, waste plastic and stubble into diesel and CNG will boost the agriculture sector. This initiative will prove to be a green revolution in India’s renewable energy scenario by using natural sources. Kanishk explains that the break-through will bring a revolution in renewable energy with nano-catalyst technology. IIT, BHU and Rujo Green Energy will jointly make an important contribution in changing the energy scenario of India.
Big contribution of IIT and BHU
‘Rujo Green Energy has introduced innovative solutions for the future. He informed that 12 inventions and patents have been filed with IIT, BHU for technology development and further technology transfer has been done for enhanced energy security. The vision of making India a global pillar in renewable energy now seems to be coming true. Operating Director Akshita Anand said that our collaboration with IIT, BHU has yielded better results, as a result of which the compressed biogas (advanced biofuel) plant will become operational and visible on the ground in the next 13 months.