Yield increased due to mulching and grafting techniques, farmer Sudarshan said – Now my income has doubled | (मुल्चिंग और ग्राफ्टिंग से फसल दोगुनी हुई: सुदर्शन)

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Main Points In Hindi (मुख्य बातें – हिंदी में)

यहां कुछ मुख्य बिंदु दिए गए हैं जो प्रस्तुत जानकारी को संक्षेप में बताते हैं:

  1. उन्नत खेती की अपनाने की आवश्यकता: केंद्रीय सरकार किसानों को उन्नत कृषि विधियों को अपनाने पर जोर दे रही है, जिससे न सिर्फ उत्पादन बढ़ता है, बल्कि गुणवत्ता में भी सुधार होता है और कृषि लागत घटती है।

  2. सुदर्शन बहरा की सफलता: उड़ीसा के खोरदा जिले के किसान सुदर्शन बहरा ने ड्रिप सिंचाई, मल्चिंग और ग्राफ्टिंग जैसी तकनीकों को अपनाकर अपने उत्पादन और आय को दोगुना किया है। पहले वह एक लाख रुपये की आय कमाते थे, जो अब बढ़कर दो लाख रुपये हो गई है।

  3. कृषि प्रशिक्षण का महत्व: सुदर्शन ने 2015 में कृषि विभाग से संपर्क कर कृष्ण विद्यान केंद्र (KVK) में प्रशिक्षण प्राप्त किया, जहां उन्हें आधुनिक कृषि तकनीकों के बारे में जानकारी मिली।

  4. लागत में कमी और विविधता: प्रशिक्षण से उन्हें सरकारी योजनाओं पर सब्सिडी, ड्रिप सिंचाई और मल्चिंग तकनीक के बारे में जानकारी मिली, जिससे उनकी कृषि लागत में कमी आई और उन्होंने एक फसल के बजाय मल्टीक्रॉप विधि अपनाई।

  5. विस्तार में वृद्धि: सुदर्शन ने 2 एकड़ से बढ़कर 5 एकड़ भूमि पर खेती करना शुरू कर दिया है और अब वे पशुपालन भी करते हैं, जो उनकी आय में और वृद्धि करता है।

Main Points In English(मुख्य बातें – अंग्रेज़ी में)

Here are the main points derived from the text:

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  1. Adoption of Advanced Farming Techniques: The central government encourages farmers to implement advanced farming methods, such as grafting, mulching, and drip irrigation, which lead to higher yields, better quality produce, and reduced agricultural costs.

  2. Success Story of Sudarshan Behera: Sudarshan Behera, a farmer from Odisha, has successfully increased his income from farming by adopting these new techniques after receiving training from the local Krishi Vigyan Kendra. His earnings grew from Rs 1 lakh to over double that amount.

  3. Training and Education: Sudarshan obtained training on modern farming techniques and government subsidies, which allowed him to innovate in his approach to agriculture, transitioning from mono-cropping to multi-crop cultivation.

  4. Increased Land and Multicrop Cultivation: Initially farming on 2 acres, Sudarshan has expanded to 5 acres, utilizing modern technology and practices. He not only grows a variety of crops but also engages in animal husbandry.

  5. Economic Impact: The implementation of advanced farming methods has not only improved Sudarshan’s income but has also highlighted the broader benefits of training and modern practices in the agricultural sector.


Complete News In Hindi(पूरी खबर – हिंदी में)

केंद्र सरकार किसानों को उन्नत कृषि विधियों को अपनाने पर जोर दे रही है। इससे न केवल पैदावार बढ़ती है, बल्कि गुणवत्ता भी बेहतर होती है। इसके साथ ही, कृषि लागत भी कम होती है और अच्छे गुणवत्ता के कारण उत्पाद की कीमत भी बेहतर होती है। ओडिशा के किसान सुदर्शन बेहरा ने ग्राफ्टिंग, मल्चिंग और ड्रिप इरिगेशन जैसी उन्नत खेती की विधियों का इस्तेमाल करके अपनी लागत कम की है और उत्पादन बढ़ाया है। उन्होंने बताया कि पहले वह केवल 1 लाख रुपये कमा पाते थे, लेकिन अब उनकी आय दोगुनी हो गई है।

केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के अनुसार, भुवनेश्वर के खोरड़ा जिले के प्रगतिशील किसान सुदर्शन बेहरा ने स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ड्रिप इरिगेशन, मल्चिंग, ग्राफ्टिंग जैसी उन्नत तकनीकों को अपनाया है। इससे उन्हें अच्छी आय के साथ-साथ फसल उत्पादन भी बढ़ाने में मदद मिली है। किसान सुदर्शन ने बताया कि पहले उनके पिता केवल एक ही फसल उगाते थे, जबकि अब उन्होंने एक ही खेत में एक साथ कई फसलें उगाने की तकनीक अपनाई है, जिससे उन्हें पहले जैसी ही लागत पर अधिक उपज और लाभ मिल रहा है।

करणी विज्ञान केंद्र से मिला प्रशिक्षण

प्रगतिशील किसान सुदर्शन बेहरा ने बताया कि वह 2014 से खेती में पूर्ण रूप से व्यस्त हैं और स्थानीय स्तर पर 2 एकड़ भूमि पर खेती कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उनके पास खेती की कोई तकनीक या जानकारी नहीं थी। उन्होंने 2015 में जब कृषि विभाग कार्यालय से संपर्क किया, तो वे अपने जिले खोरड़ा के कृषि विज्ञान केंद्र में गए। वहाँ उन्हें आत्मा योजना के तहत फसलों के उन्नत और आधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण दिया गया।

कृषि की लागत में कमी

किसान सुदर्शन ने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र में प्रशिक्षण के दौरान उन्हें सरकारी योजनाओं पर सब्सिडी और फसलों में ड्रिप इरिगेशन तथा सही स्पेसिंग के बारे में जानकारी मिली, जिससे उनकी कृषि लागत में कमी आई। इसके साथ ही, मल्चिंग तकनीक के माध्यम से फलों की खेती के बारे में भी जानकारी मिली। और उन्होंने सब्जियों की फसल उगाने का प्रशिक्षण भी लिया। कृषि विज्ञान केंद्र से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद उन्होंने खेती को नया सिरे से शुरू किया।

आय दोगुनी हुई

प्रगतिशील किसान ने बताया कि 2014 में उन्होंने 2 एकड़ जमीन पर फसलें उगानी शुरू की थी और अब वह 5 एकड़ भूमि पर आधुनिक तकनीक के साथ उन्नत किस्में उगा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले उनकी आय लगभग 1.18 लाख रुपये थी, जो अब दोगुना हो गई है। वह अब मल्टीक्रॉप विधि से फसलें उगाते हैं और साथ ही पशुपालन भी करते हैं।

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Complete News In English(पूरी खबर – अंग्रेज़ी में)

The central government is emphasizing on farmers to adopt advanced farming methods. This not only increases the yield but also improves the quality. Whereas, agricultural cost also decreases. Whereas, due to good quality the price of the produce also gets better. Odisha farmer Sudarshan Behera has succeeded in reducing his costs and increasing production by using advanced farming methods like grafting, mulching and drip irrigation. He said that earlier he was able to earn only Rs 1 lakh from farming, whereas now he is earning more than double.

According to the Union Ministry of Agriculture and Farmers Welfare, Sudarshan Behera, a progressive farmer from Khorda district of Bhubaneswar, Odisha, has adopted advanced techniques like drip irrigation, mulching, grafting in his farming methods after receiving training from the local Krishi Vigyan Kendra. Due to this, at present he is earning good income along with increasing crop production. Farmer Sudarshan told that earlier his father used to do farming with mono method, meaning he used to grow only one crop. Whereas, they have adopted the technique of cultivating more than one crop simultaneously in one field, due to which they have started getting higher yield and profits at the same cost as before.

Received training from KVK

Progressive farmer Sudarshan Behera told that he was fully involved in farming since 2014 and was doing farming in 2 acres locally. He said that I had no technique for farming and no idea. He told that when he contacted the Agriculture Department office in the block in 2015, he joined the Krishi Vigyan Kendra of his district Khorda. There he was given training about advanced and modern techniques of crops under the Atma scheme.

agricultural costs decreased

Farmer Sudarshan said that during the training at Krishi Vigyan Kendra, he got information about subsidy on government schemes and about drip irrigation in crops and proper spacing in it, which reduced his agricultural cost. Along with this, he also got information about horticulture through mulching technique. And got training in growing vegetable crops. After taking training from Krishi Vigyan Kendra, he started farming afresh.

Earnings doubled

The progressive farmer said that in 2014 he used to grow crops in 2 acres of land and now he is cultivating advanced varieties with modern technology on 5 acres of land. He told that earlier his earning was around Rs 1.18 lakh which has now turned into double income. He now grows many crops in the field through multicrop method. Along with this, they also do animal husbandry.

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