Main Points In Hindi (मुख्य बातें – हिंदी में)
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कृषि यांत्रिकी मेले की जानकारी: हाल ही में पटना में आयोजित कृषि यांत्रिकी मेले में किसानों और मशीन निर्माण कंपनियों ने भाग लिया, जिसमें किसानों को विभिन्न हाई-टेक मशीनों का प्रदर्शन देखने को मिला।
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तीन पहियों वाला ट्रैक्टर: मेले में "ग्रीन लैंड" नामक कंपनी द्वारा लॉन्च किया गया तीन पहियों वाला "बुलेट डिजाइन" ट्रैक्टर पेश किया गया, जो किसानों के लिए कई कृषि कार्य करने में सहायक है। यह ट्रैक्टर 10 लीटर टैंक क्षमता के साथ एक लीटर डीजल में एक घंटे तक चल सकता है।
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सरकारी सब्सिडी: बिहार सरकार ने कृषि मशीनों की खरीद पर 3.69 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी है। इस मेले में 495 मशीनें बेची गईं और किसानों को कुल 200 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी जाती है।
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भविष्य की संभावनाएं: अगर भविष्य में इस तीन पहियों वाले ट्रैक्टर पर सब्सिडी मिलती है, तो इसकी कीमत 40 प्रतिशत कम हो सकती है, जिससे यह और अधिक सुलभ हो जायेगा।
- मेले में भागीदारी: मेले में 75,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया, जिसमें 2,275 किसानों ने विभिन्न कृषि मशीनों की जानकारी ली और खरीददारी की।
Main Points In English(मुख्य बातें – अंग्रेज़ी में)
Here are the main points summarized from the provided text about the Agricultural Mechanics Fair in Patna:
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Event Overview: The Agricultural Mechanics Fair in Patna showcased many unique machines, drawing participation from both farmers and machine manufacturing companies. The event facilitated demonstrations of hi-tech agricultural machinery.
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Innovation in Machinery: A notable introduction was the Bullet design three-wheel tractor by Green Land, touted as India’s first three-wheel tractor. This self-starting tractor has a 10-liter tank, running for an hour on one liter of diesel, and is designed for versatile farming tasks, including the ability to convert into a four-wheeler.
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Affordability and Subsidies: Priced at Rs 2.6 lakh, the three-wheel tractor’s cost could potentially decrease by 40% with future subsidies. The Bihar government has allocated Rs 3.69 crore in subsidies for purchases made during the fair.
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Sales and Participation: More than 495 agricultural machines were sold at the fair, with a total market value of approximately Rs 7 crore. The event attracted over 75,000 visitors, including 2275 farmers from various districts.
- Government Support for Agriculture: The government of Bihar provides significant subsidies, including Rs 200 crore annually for agricultural machinery, with a particular emphasis on Makhana processing and honey-related work, as Bihar leads in these sectors.
Complete News In Hindi(पूरी खबर – हिंदी में)
हाल ही में पटना में आयोजित कृषि मशीनरी मेले में कई अनोखी मशीनें देखी गईं। इस मेले में किसानों के साथ-साथ मशीन बनाने वाली कंपनियों ने भी भाग लिया। कंपनियों ने किसानों के लिए कई आधुनिक मशीनों का प्रदर्शन किया, जिससे किसान प्रभावित हुए और उन्होंने मशीनें खरीद लीं। सरकार ने इन खरीद पर सब्सिडी भी दी है। इनमें से एक मशीन है “बुलेट डिजाइन ट्रैक्टर”, जिसे ग्रीन लैंड नामक कंपनी ने लॉन्च किया है। असल में, यह एक तीन पहियों वाला ट्रैक्टर है, जिससे किसान कई कृषि कार्य कर सकते हैं।
यह भारत का पहला तीन पहियों वाला ट्रैक्टर है। यह एक मोटरसाइकिल की तरह स्वयं स्टार्ट होता है। इस ट्रैक्टर में 10 लीटर का टैंक है, जो एक लीटर डीजल में एक घंटे तक चलता है। इसमें बीज और खाद ले जाने की व्यवस्था भी है। जरूरत पड़ने पर इसे चार पहिए में भी बदला जा सकता है और यह सभी प्रकार की जमीनों पर काम करता है।
तीन पहिया ट्रैक्टर के फीचर्स
इस तीन पहिया ट्रैक्टर में पंपिंग सेट भी लगाया जा सकता है। इससे कीटनाशक भी छिड़क सकते हैं। इस ट्रैक्टर की कीमत केवल 2 लाख 60 हजार रुपये है। अगर भविष्य में सब्सिडी मिलती है, तो इसकी कीमत में 40 प्रतिशत की कमी हो सकती है। बिहार के किसान इस ट्रैक्टर को बहुत पसंद कर रहे हैं। यह ट्रैक्टर राजकोट, गुजरात की एक कंपनी द्वारा निर्मित है और इसे पहली बार बिहार में लॉन्च किया गया है।
अतिरिक्त जानकारी: IIT इंदौर की नई तकनीक से सब्जियों और फलों की उम्र 40 दिनों तक बढ़ाई जा सकती है, जिसकी लागत 1000 रुपये है।
मेले में 495 से अधिक मशीनें किसानों द्वारा खरीदी गईं। बिहार सरकार ने इन मशीनों की खरीद पर 3.69 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी है। सरकार ने खुद यह जानकारी दी है। पटना में 29 नवंबर से 2 दिसंबर तक चले इस मेले में हजारों किसान और कृषि मशीनरी निर्माता कंपनियां शामिल हुईं। कुछ किसानों ने मशीनें खरीदीं और कुछ ने मशीनों के बारे में जानकारी ली। गांवों और छोटे-बड़े शहरों से हजारों लोगों ने इस मेले में भाग लिया।
किसानों के लिए 200 करोड़ रुपये की सब्सिडी
बिहार में कृषि मशीनों की खरीद पर किसानों को 200 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी जाती है। इसमें मुख्य रूप से मखाना प्रसंस्करण इकाई और शहद से संबंधित काम पर सब्सिडी मिलती है। बिहार इन दोनों उत्पादों के बनाने में नंबर एक है, इसलिए सरकार भी इस पर अधिक ध्यान देती है।
बिहार सरकार के अनुसार, मेले के चार दिनों में 495 कृषि मशीनें खरीदी गईं और 21 कृषि मशीनरी बैंकों के लिए कुल 3.69 करोड़ रुपये की सब्सिडी जारी की गई। इन कृषि मशीनों का बाजार मूल्य लगभग 7 करोड़ रुपये है। पटना, दरभंगा, समस्तीपुर, मधुबनी, मधेपुरा, सुपौल और सहरसा जिलों से 2275 किसान इस मेले में शामिल हुए। मेले में आने वाले लोगों की संख्या 75 हजार से अधिक रही।
Complete News In English(पूरी खबर – अंग्रेज़ी में)
Many unique machines were seen in the recently held Agricultural Mechanics Fair in Patna. Along with farmers, machine manufacturing companies also participated in this fair. Companies gave demos of many hi-tech machines for farmers. Farmers were impressed by this and purchased the machines. The government has also given subsidy on this purchase. One such machine is a Bullet design tractor which has been launched by a company named Green Land. Actually, it is a three-wheel tractor with which farmers can do many farming tasks.
This is India’s first tractor which has been launched in three wheels. Like a motorcycle, it starts self-starting. This tractor with 10 liter tank capacity runs for one hour on one liter diesel. There is a provision for carrying seeds and fertilizers. It also converts into four wheeler if needed and works in all types of soils.
Features of three wheel tractor
Pumping set can also be installed in this three wheeler tractor. With this you can also spray insecticide. The price of this three wheel tractor is only Rs 2 lakh 60 thousand. Let us tell you that if it is subsidized in future, its price will be reduced by 40 percent. At the same time, farmers of Bihar are liking this tractor a lot. This tractor has been manufactured by a company based in Rajkot, Gujarat. It has been launched for the first time in Bihar.
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More than 495 machines have been sold in this fair which have been purchased by the farmers. Bihar government has given a subsidy of Rs 3.69 crore on the purchase of these machines. The government itself gave this information. This fair in Patna started on 29th November and continued till 2nd December in which thousands of farmers and agricultural machinery manufacturing companies participated. Some farmers bought machines and some got information about the machines. Thousands of people from villages and small and big cities participated in this fair.
Rs 200 crore subsidy to farmers
According to a figure, a subsidy of Rs 200 crore is given to farmers on the purchase of agricultural machines in Bihar. In this, subsidy is mainly taken and given on Makhana processing units and honey related work. Bihar is number one in making both these products, hence the government also focuses more on it.
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According to the information of Bihar government, 495 agricultural machines were purchased in 4 days of the fair and a total subsidy of Rs 3.69 crore was issued for 21 agricultural machinery banks. The market value of these agricultural machines is around Rs 7 crore. 2275 farmers from Patna, Darbhanga, Samastipur, Madhubani, Madhepura, Supaul and Saharsa districts participated in the fair. As far as the number of visitors to the fair is concerned, more than 75 thousand people participated in it.