IMD: No relief for western Maharashtra, eastern India as cyclonic winds shift to Vidarbha. (आईएमडी: पश्चिम महाराष्ट्र, पूर्वी भारत में राहत की उम्मीद नहीं!)

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Main Points In Hindi (मुख्य बातें – हिंदी में)

  1. भारी बारिश का प्रभाव: मुंबई, पुणे, और मध्य महाराष्ट्र में चक्रवाती हवाओं के कारण भारी बारिश हुई है, जिससे विदर्भ क्षेत्र की ओर स्थानांतरण हो रहा है।

  2. भारतीय मौसम विभाग की रिपोर्ट: आईएमडी के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की गति रुक गई है, और कोंकण और मध्य महाराष्ट्र में भारी से बेहद भारी बारिश की संभावना बनी हुई है।

  3. भविष्य का पूर्वानुमान: वर्तमान चक्रवात के प्रभाव के कारण कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, और गुजरात में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश जारी रहने की आशंका है।

  4. पूर्वी भारत में बारिश की संभावना: पश्चिम भारत के बाद, पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में भी बारिश की संभावना बढ़ रही है, विशेषकर पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, और असम में।

  5. उत्तर-पश्चिम और दक्षिण भारत में बारिश में कमी: मध्य भारत और दक्षिण प्रायद्वीप में अगले दिनों में बारिश की संभावना कम हो रही है, जबकि उत्तर-पश्चिम भारत में कुछ स्थानों पर भारी बारिश का अनुमान है।

Main Points In English(मुख्य बातें – अंग्रेज़ी में)

Here are the main points from the article regarding the weather conditions in Maharashtra and nearby areas:

  1. Heavy Rainfall in Maharashtra: Mumbai and surrounding areas, as well as Pune, experienced heavy rainfall due to cyclonic winds. The cyclonic system has shifted its base towards Vidarbha.

  2. Impact on Monsoon Progress: The heavy rains recorded in the Konkan and central Maharashtra regions have halted the effective progress of the southwest monsoon across several states, including Punjab, Rajasthan, and Gujarat.

  3. Forecast for Continued Rain: The Indian Meteorological Department (IMD) predicts ongoing heavy to very heavy rainfall in Konkan, Goa, central Maharashtra, and parts of Gujarat over the upcoming days.

  4. Rainfall Expected in Eastern India: Following western India, heavy rainfall is expected to begin in eastern and northeastern India, particularly in West Bengal, Sikkim, Arunachal Pradesh, and Assam.

  5. Decrease in Rain in Northwest and Southern India: There is an anticipated decrease in rainfall in northwestern and southern India, with only localized rain expected in parts of central and southern India over the next few days.


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Complete News In Hindi(पूरी खबर – हिंदी में)

मुंबई, पुणे और मध्य महाराष्ट्र में भारी बारिश का हाल

हाल के दिनों में, मुंबई, पुणे और मध्य महाराष्ट्र के आस-पास के क्षेत्रों में चक्रवाती हवाओं के कारण भारी बारिश हुई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यह चक्रवात विदर्भ की दिशा में आगे बढ़ गया है। यह चक्रवात उत्तरी कोंकण से दक्षिण बांग्लादेश तक एक सहायक ट्रफ रेखा के पार बना हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप कोंकण और मध्य महाराष्ट्र में बृहस्पतिवार को भारी से बहुत भारी अत्यधिक बारिश हुई।

बारिश का प्रभाव और पूर्वानुमान

इस बारिश के कारण पंजाब, राजस्थान और गुजरात से जुड़ी दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी में काफी रुकावट आई है। IMD ने भविष्यवाणी की है कि गुरुवार को कोंकण, गोवा (जिसमें मुंबई शामिल है), मध्य महाराष्ट्र और गुजरात (उत्तर गुजरात, गांधीनगर, और दक्षिण गुजरात) के विभिन्न स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश जारी रहेगी। इसके अलावा, बृहस्पतिवार और शुक्रवार को भी इन क्षेत्रों में भारी बारिश होने की संभावना है। रविवार और सोमवार को केरल और माहे में बारिश की संभावना है जबकि गुरुवार को तेलंगाना और तटीय कर्नाटक में भी बारिश की संभावना जताई गई है।

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पूर्वी भारत में बारिश का दौर

पश्चिम भारत में हो रही बारिश के बाद, पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में भी बारिश की संभावना है। पश्चिम बंगाल और सिक्किम के पहाड़ी इलाकों में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी बारिश का अनुमान है। अरुणाचल प्रदेश, असम, राजस्थान, और मेघालय में भी भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। बिहार और पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश का दौर शुक्रवार तक जारी रहने की संभावना है।

बारिश की कमी के संकेत

भविष्य के पूर्वानुमान में उत्तर-पश्चिम और दक्षिण भारत में बारिश रुकने की संभावना देखी जा रही है। मध्य भारत, विशेष रूप से उत्तर-पश्चिम भारत में, बारिश की संभावना कम हो जाएगी। मध्य प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना बनी हुई है, लेकिन सामान्य बारिश की स्थिति कम होने की संभावना है।

निष्कर्ष

इस प्रकार, मुंबई, पुणे और मध्य महाराष्ट्र के अलावा पूर्वी भारत के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश का दौर जारी है, लेकिन आने वाले दिनों में बारिश की मात्रा में कमी आने की संभावना है। IMD की ओर से मौसम की निगरानी की जा रही है और लोगों को उचित तैयारी करने की सलाह दी गई है।

इस बारिश ने जहाँ एक ओर फसल और जल संचित करने में मदद की है, वहीं दूसरी ओर बाढ़ और जलभराव की स्थिति भी उत्पन्न कर दी है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए अलर्ट्स और पूर्वानुमान पर ध्यान देना आवश्यक है, ताकि सभी आवश्यक कदम उठाए जा सकें।


Complete News In English(पूरी खबर – अंग्रेज़ी में)

मौसम विज्ञान रिपोर्ट: मुंबई, पुणे और मध्य महाराष्ट्र में भारी बारिश

चक्रवाती क्षेत्र का प्रभाव

गुरुवार शाम को, मुंबई और उसके आसपास के क्षेत्रों के मौसम में बदलाव आया, जिसके कारण भारी बारिश हुई। इस बारिश का मुख्य कारण चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र था, जो पहले विदर्भ की ओर सक्रिय था। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, कोंकण और मध्य महाराष्ट्र में भारी बारिश के साथ-साथ उत्तर कोंकण से दक्षिण बांग्लादेश तक एक सहायक ट्रफ रेखा भी बनी हुई है। इससे पहले बुधवार को कोंकण और मध्य महाराष्ट्र में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई।

इस भारी बारिश का प्रभाव पश्चिमी भारत के कई क्षेत्रों में देखा गया, जिसमें फिरोजपुर, सिरसा और चूरू जैसे स्थान शामिल हैं, जहां दक्षिण-पश्चिम मानसून की गतिविधियों में बाधा आई है।

आगामी बारिश की भविष्यवाणी

गुरुवार को कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र सहित अन्य क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है। मुंबई को भी इसमें शामिल किया गया है। आईएमडी ने बताया है कि गुरुवार और शुक्रवार को कोंकण और गोवा क्षेत्र में भी अत्यधिक बारिश की उम्मीद है। इसके अलावा, गुरुवार से शनिवार तक गुजरात राज्य में भी बारिश की गतिविधियाँ जारी रहेंगी।

संख्यात्मक पूर्वानुमानों के अनुसार, यह चक्रवाती परिसंचरण उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ने का संकेत देता है, जिससे बारिश का सिलसिला उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल तक फैल सकता है। इस दौरान, बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में भी एक प्रतिचक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है, जो भविष्य में बारिश को प्रभावित कर सकता है।

पूर्वी भारत में बारिश की चेतावनी

पश्चिम भारत में भारी बारिश के बाद, पूर्वी भारत में भी बारिश का दौर शुरू होने की संभावना है। पश्चिम बंगाल और सिक्किम के पहाड़ी इलाकों में बहुत भारी बारिश की आशंका जताई गई है। अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में भी अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।

इस अवधि के दौरान, बिहार में बारिश की गतिविधियाँ जारी रहेंगी, विशेषकर पहाड़ी क्षेत्रों में। पूरे सप्ताह के लिए इन क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना बनी रहेगी, जिसमें नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा जैसे पूर्वोत्तर राज्य भी शामिल हैं।

बारिश में कमी की संभावनाएं

कुछ दिनों के बाद, मध्य भारत और दक्षिण भारत में बारिश की गतिविधियाँ कम होने की संभावना है। मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में गुरुवार और शुक्रवार को भारी बारिश का अनुमान है, जबकि उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश में कमी आने की उम्मीद है।

उत्तराखंड में भी भारी बारिश की संभावना है, जबकि दक्षिण भारत के केरल और माहे क्षेत्र में बारिश का सिलसिला रविवार और सोमवार को शुरू हो सकता है।

निष्कर्ष

इस मौसम विज्ञान रिपोर्ट से स्पष्ट है कि मुंबई, पुणे और मध्य महाराष्ट्र में चक्रवाती हवाओं के कारण भारी बारिश हुई है, जिसका प्रभाव विभिन्न क्षेत्रों में फैल रहा है। अगले कुछ दिनों में मौसम में बदलावों की संभावना बनी रहेगी, और मौसम विभाग द्वारा जरी जानकारी के अनुसार, सभी संबंधित क्षेत्रों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

इस बदलाव के साथ ही, पश्चिमी भारत से पूर्वी भारत तक बारिश की गतिविधियों के संकेत मिल रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप ग्रीष्मकालीन मौसम की अनुकूलता में बदलाव देखने को मिल सकता है।



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