Main Points In Hindi (मुख्य बातें – हिंदी में)
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किसान कानूनों पर विवाद: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा सांसद कंगना रनौत के तीन कृषि कानूनों को वापस लाने के बयान की आलोचना की, आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा इन कानूनों को फिर से लागू करना चाहती है।
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किसान आंदोलन की याद: केजरीवाल ने किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि दो साल पहले हुए आंदोलन में 750 किसानों की मौत हुई थी, जिसके कारण मोदी सरकार को कृषि कानून वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।
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कंगना रनौत का बयान: कंगना रनौत ने कहा कि किसान भारत की प्रगति के स्तंभ हैं और केवल कुछ राज्यों में ही कृषि कानूनों पर आपत्ति उठाई गई थी, लेकिन बाद में उन्होंने अपने बयान के लिए खेद व्यक्त किया और कहा कि यह उनकी व्यक्तिगत राय थी।
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आप की चुनावी रणनीति: आम आदमी पार्टी हरियाणा विधानसभा चुनाव अकेले लड़ रही है, जहां वे अपनी उपलब्धियों, जैसे कि मुफ्त बिजली, को जनता के सामने रखते हुए भाजपा पर निशाना साध रहे हैं।
- केजरीवाल का व्यक्तिगत संघर्ष: केजरीवाल ने अपने विचार साझा किए कि भाजपा ने उन्हें जेल में डालकर तोड़ने की कोशिश की, लेकिन वे हरियाणा के हैं और उन्होंने ईमानदारी से दिल्ली के लोगों की सेवा की है।
Main Points In English(मुख्य बातें – अंग्रेज़ी में)
Here are the main points from the provided text:
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Criticism of BJP: Arvind Kejriwal, the national convenor of the Aam Aadmi Party (AAP), criticized BJP MP Kangana Ranaut’s statement calling for the reinstatement of the three agricultural laws that were previously repealed. He accused the BJP of wanting to bring these laws back.
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Historical Context of Farmers’ Protests: Kejriwal highlighted the tragedy of the farmers’ protests, stating that 750 farmers lost their lives during the largest farmers’ movement in the country, which ultimately forced the Modi government to repeal the laws in November 2021.
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Kangana Ranaut’s Reversal: After facing backlash for her remarks supporting the reintroduction of the laws, Kangana Ranaut later retracted her statement and clarified that her comments were her personal opinion, not representative of the BJP’s stance.
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Political Campaigning: Kejriwal was campaigning for AAP candidate Indu Sharma in the Bhivani constituency ahead of the Haryana assembly elections, emphasizing the AAP’s commitment to farmers and contrasting it with the BJP’s policies.
- Free Electricity Claim: In his address, Kejriwal asserted that the AAP government in Delhi and Punjab provides 24-hour free electricity, criticizing the BJP for having expensive electricity in their governed states. He aimed to position the AAP as a party that prioritizes the welfare of the people over financial gain.
Complete News In Hindi(पूरी खबर – हिंदी में)
चंडीगढ़ में 25 सितंबर को आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा सांसद कंगना रनौत के द्वारा दिए गए बयान की तीखी आलोचना की। कंगना ने कहा था कि तीन कृषि कानूनों को वापस लाया जाना चाहिए, जिसे लेकर केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा दोबारा इन कानूनों को लागू करने की योजना बना रही है।
यह घटना उस समय हुई जब केजरीवाल भिवानी में पार्टी उम्मीदवार इंदु शर्मा के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इंदु शर्मा हरियाणा विधानसभा चुनाव में भिवानी क्षेत्र से चुनाव लड़ रही हैं। केजरीवाल ने देश के सबसे बड़े किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले आंदोलन के दौरान 750 किसानों की मृत्यु हुई थी और इसके चलते ही मोदी सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए विवश होना पड़ा था।
कंगना रनौत ने मंडी जिले में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि किसान भारत की प्रगति का आधार हैं, और कृषि कानूनों पर विरोध केवल कुछ राज्यों में हुआ था। लेकिन, उनके विवादास्पद बयान देने के बाद, कंगना ने अगले दिन वापस ले लिया और कहा कि उनकी टिप्पणियाँ व्यक्तिगत राय हैं, और भाजपा के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं।
केजरीवाल ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा के नेता उनकी गिरफ्तारी के वक्त तोड़ने की कोशिश कर रहे थे, परंतु वे हरियाणा के व्यक्ति को नहीं तोड़ सके। उन्होंने यह भी कहा कि उनका एकमात्र दोष यह था कि वे पिछले 10 वर्षों से दिल्ली के लोगों के कल्याण के लिए काम कर रहे थे।
उन्होंने बिजली के मुद्दे पर भी बात की और कहा कि आप सरकार दिल्ली और पंजाब में 24 घंटे मुफ्त बिजली उपलब्ध करा रही है, जबकि भाजपा राज्यों में बिजली महंगी कर रही है।
गौरतलब है कि ये कृषि कानून – किसान उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम, किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) मूल्य आश्वासन समझौता, और कृषि सेवा अधिनियम – नवंबर 2021 में निरस्त कर दिए गए थे। किसानों का विरोध नवंबर 2020 में शुरू हुआ और जून 2021 में इन कानूनों के निरसन के बाद समाप्त हुआ।
आप चुनाव में अकेले पदार्पण कर रही है, और केजरीवाल ने जनता से आग्रह किया कि वे सही और गलत का अंतर समझें।
Complete News In English(पूरी खबर – अंग्रेज़ी में)
On September 25, 2023, Arvind Kejriwal, the national convenor of the Aam Aadmi Party (AAP), criticized BJP MP Kangana Ranaut’s statement regarding the reinstatement of three agricultural laws. Kejriwal made these remarks during a public rally supporting AAP candidate Indu Sharma, who is contesting the Haryana Assembly elections representing the Bhivani constituency on October 5.
Kejriwal reinforced the historical context of the farmers’ protest that occurred two years earlier, where he claimed that 750 farmers lost their lives, which pressured the Narendra Modi government to repeal the controversial agricultural laws. He suggested that the BJP is now considering the reintroduction of these laws, citing Ranaut’s comments advocating for their return. During an event in Mandi, Ranaut indicated that opposition to the agricultural laws was limited to a few states, asserting that farmers are essential to India’s progress. She implored for the reinstatement of the laws in the interest of farmers. However, following backlash from within her own party, Ranaut retracted her statement and expressed remorse, clarifying that her views were personal and did not represent the BJP’s stance.
The three agricultural laws in question—the Farmer Produce Trade and Commerce (Promotion and Facilitation) Act, the Farmer Empowerment and Protection Agreement on Price Assurance, and the Essential Commodities (Amendment) Act—were repealed in November 2021 after significant protests that began in late 2020 and ensued until the laws were annulled.
In his speech, Kejriwal further reflected on encountering significant opposition from the BJP, stating that they attempted to break him during a five-month imprisonment. He expressed resilience, asserting his identity and connection to Haryana while criticizing the surveillance he faced for serving Delhi’s populace honestly. He proclaimed that his only fault was his dedicated service over the last decade. Kejriwal highlighted the achievements of the AAP government in Delhi and Punjab, particularly the provision of 24-hour free electricity, contrasting his party’s actions with those of the BJP, which governs in 22 states where he claims electricity is expensive.
AAP is contesting the Haryana Assembly elections independently, without forming alliances with other parties.
This summary presents the key points and context of the political tensions surrounding agricultural legislation, party dynamics, and electoral strategies in Haryana.
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