Main Points In Hindi (मुख्य बातें – हिंदी में)
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एमएसपी में वृद्धि: केंद्र सरकार ने रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को बढ़ाने की मंजूरी दी है, जिसमें चना, गेहूं, मसूर, सरसों, जौ और सनफ्लावर बीज शामिल हैं। यह कदम किसानों को अपने उत्पादों के लिए बेहतर कीमत सुनिश्चित करने का उद्देश्य रखता है।
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नए दाम: नए न्यूनतम समर्थन मूल्य के अनुसार चना का दाम 5,650 रुपये प्रति औंस, मसूर 6,700 रुपये प्रति औंस, जौ 1,980 रुपये प्रति औंस, सरसों 5,950 रुपये प्रति यूनिट और सनफ्लावर सीड्स 5,940 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
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किसानों की राय: किसानों ने सरकार के इस फैसले को सकारात्मक बताया है। उनका मानना है कि यह कदम कृषि क्षेत्र में सुधार और उत्पादकों की आय को सुरक्षित रखने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
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सरकार का उद्देश्य: सरकार का मुख्य मकसद किसानों को उनकी उपज की लागत को कवर करने और बाजार में उतार-चढ़ाव से सुरक्षा प्रदान करना है, जिससे कृषि उपजों की खरीद को बढ़ावा मिले।
- बाजार में स्थिरता: न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ाने से किसानों की आय सुनिश्चित होती है और खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए कृषि उपजों की बड़ी मात्रा में सरकारी खरीद हो सकती है।
Main Points In English(मुख्य बातें – अंग्रेज़ी में)
Here are the main points from the article regarding the government’s recent decisions affecting farmers and crops:
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Increase in Minimum Support Prices (MSP): The central government has approved a significant increase in the MSP for six rabi crops, including chickpeas, wheat, lentils, mustard, barley, and sunflower seeds. This decision aims to provide farmers with better prices for their produce.
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Details of MSP Changes: The MSP for various crops has been revised, with notable increases such as wheat rising from ₹2,275 to ₹2,425, chickpeas from ₹5,440 to ₹5,650, and lentils from ₹6,425 to ₹6,700.
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Objective of the Price Hike: The government’s primary goal behind this MSP increase is to ensure that producers receive a profitable price for their crops. This initiative is also meant to cover production costs and provide some stability against market fluctuations.
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Reactions from Farmers: Farmers have expressed happiness over the government’s decision to increase the MSP for rabi crops, indicating that this step is crucial for enhancing the agricultural sector and providing better economic security for them.
- Government’s Role in Agricultural Stability: The MSP serves as a benchmark for government procurement of crops, ensuring food security and inspiring farmers to cultivate their fields, thus playing a critical role in the agricultural economy.
Complete News In Hindi(पूरी खबर – हिंदी में)
का फेस्टिवल बेहद करीब आ गया है. ऐसे में केंद्र सरकार की ओर से किसानों को बड़ी छूट दी गई है। केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में रबी की 6 कंपनियों यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ाने की मंजूरी दी गई है। इनमें चना, गेहूं, मसूर, सरसों, जौ और सनफ्लावर बीज शामिल हैं।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये अहम फैसले की जानकारी साझा की. उन्होंने बताया कि 150 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर 2,425 रुपये प्रति यूनिट का ऑर्डर दिया गया है। वहीं, सरसों के नए प्लांट की कीमत 300 रुपये प्रति शेयर 5,950 रुपये है। मित्र की राय तो सरकार का मकसद पैदा करना उत्पादकों को उनके उत्पाद की सबसे अच्छी कीमत देना है। वह अपने उत्पाद की लागत को कवर कर सहायक वस्तु बनाती है। साथ ही बाजार में उतार-चढ़ाव से कुछ सुरक्षा प्राप्त कर सेवा।
इसके साथ-साथ चना (देसी) का रेट 210 रुपये प्रति औंस 5,650 रुपये प्रति औंस, जाउ का रेट 130 रुपये प्रति औंस 1,980 रुपये प्रति औंस, और मसूर की कीमत 275 रुपये प्रति औंस 6,700 रुपये प्रति औंस हो गया है। सनफ्लावर सीड्स की कीमत भी 140 रुपये प्रति लीटर हो गई है, जबकि इसकी नई कीमत 5,940 रुपये प्रति लीटर है।
पहले कितने और अब कितने
- वेतन – पहले: 2275 रुपये, अब: 2425 रुपये
- चना – पहले: 5440 रुपये, अब: 5650
- मसूर – पहले: 6425 रुपये, अब: 6700 रुपये
- जौ – पहले: 1850 रुपये, अब: 1980 रुपये
- रूसी – पहले: 5650 रुपये, अब: 5950 रुपये
- सनफ्लावर सीड्स – पहले: 5800 रुपये, अब: 5940 रुपये
#अलमारी मार्केटिंग सीजन 2025-26 के लिए रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को मंजूरी दी
➡️ सरकार ने विपणन सत्र 2025-26 के लिए रबी फसलों के एमएसपी में वृद्धि की है, ताकि उत्पादकों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित किया जा सके।
➡️ एमएसपी में अब तक की सबसे ज्यादा बढ़ोतरी… pic.twitter.com/5SGRqzumFE
– पीआईबी इंडिया (@PIB_India) 16 अक्टूबर 2024
यह क्या है?
सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य वह राशि है, जिस पर मलेशिया की सरकारी खरीद होती है। बाजार में इन डिजिटल के दाम कभी-कभी से ऊपर या नीचे हो सकते हैं, लेकिन बिजनेस का मुख्य उद्देश्य किसानों का आय को सुरक्षित रखना है। सरकारी खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए कृषि उपजों की बड़ी मात्रा में खरीद की जाती है, जिससे कृषकों की फसलों में किसानों को प्रेरित किया जाता है।
क्या बोले किसान
रबी की 6 लीज पर प्लांट बढ़ने की बात सुन किसान भी खुश हैं। किसानों का कहना है कि ये अच्छा कदम है. किसानों की राय तो इस प्रकार के कदम कृषि क्षेत्र को सूचीबद्ध करने की दिशा में महत्वपूर्ण हैं।
Complete News In English(पूरी खबर – अंग्रेज़ी में)
The festival season is just around the corner, and the central government has offered significant discounts to farmers. During a meeting, the Union Cabinet approved an increase in the minimum support price (MSP) for six rabi crops: chickpeas, wheat, lentils, mustard, barley, and sunflower seeds.
Union Minister Ashwini Vaishnav shared this important decision at a press conference. He mentioned that an order has been placed at a price of ₹2,425 per unit with a share price of ₹150. Additionally, a new mustard plant has been priced at ₹300 per share, amounting to ₹5,950. The government aims to ensure that producers receive the best price for their products, covering their costs and providing some market stability against fluctuations.
The prices for various crops have been set as follows: chickpeas (desi) now cost ₹5,650 per quintal (previously ₹5,440), barley is priced at ₹1,980 per quintal (previously ₹1,850), and lentils at ₹6,700 per quintal (previously ₹6,425). The price for sunflower seeds has increased to ₹5,940 per quintal from ₹5,800.
Previous and Current Prices
- Wheat – Previously: ₹2,275, Now: ₹2,425
- Chickpeas – Previously: ₹5,440, Now: ₹5,650
- Lentils – Previously: ₹6,425, Now: ₹6,700
- Barley – Previously: ₹1,850, Now: ₹1,980
- Mustard – Previously: ₹5,650, Now: ₹5,950
- Sunflower Seeds – Previously: ₹5,800, Now: ₹5,940
#Cabinet has approved the minimum support price (MSP) for rabi crops for the marketing season 2025-26.
➡️ The government has raised the MSP for rabi crops to ensure that producers receive a profitable price for their produce.
➡️ This is the highest increase in MSP to date… pic.twitter.com/5SGRqzumFE
– PIB India (@PIB_India) October 16, 2024
What does this mean?
The minimum support price set by the government is the price at which it procures certain crops. The market prices may fluctuate, but the primary goal is to secure farmers’ incomes. The government also ensures food security by purchasing a large quantity of agricultural produce, encouraging farmers to grow more.
What Farmers Say
Farmers express happiness over the increase in support prices for six rabi crops. They believe it is a positive step towards improving the agricultural sector.